क्या दादा को साथ लाकर भाजपा करेगी दीदी से मुकाबला?

कोलकाता, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार शाम बीसीसीआई अध्यक्ष और प्रिंस ऑफ कोलकाता के नाम से मशहूर सौरव गांगुली के घर रात्रिभोज के लिए जाने वाले हैं. अब शाह का सौरव गांगुली के घर डिनर में शामिल होना पश्चिम बंगाल में एक बार फिर नए सियासी अटकलों को तेज़ कर रहा है. रिपोर्ट्स की […]

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क्या दादा को साथ लाकर भाजपा करेगी दीदी से मुकाबला?

Aanchal Pandey

  • May 6, 2022 8:58 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 years ago

कोलकाता, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार शाम बीसीसीआई अध्यक्ष और प्रिंस ऑफ कोलकाता के नाम से मशहूर सौरव गांगुली के घर रात्रिभोज के लिए जाने वाले हैं. अब शाह का सौरव गांगुली के घर डिनर में शामिल होना पश्चिम बंगाल में एक बार फिर नए सियासी अटकलों को तेज़ कर रहा है. रिपोर्ट्स की मानें तो पहले भी गांगुली की भाजपा में शामिल होने की योजना थी, लेकिन उस वक्त किन्हीं कारणों से ऐसा नहीं हो पाया लेकिन अब एक बार फिर से ये संभावना तेज हो गई है कि गांगुली भाजपा का दामन थाम सकते हैं.

क्या भाजपा के साथ जाएंगे गांगुली

गृह मंत्री अमित शाह के सौरव गांगुली के घर रात्रिभोज का प्रोग्राम अमूमन माना जा रहा है. शाह के गांगुली के घर पहुंचने से कुछ देर पहले ही बीसीसीआई अध्यक्ष गांगुली ने कहा कि उन्होंने गृह मंत्री के खाने के लिए पूर्णतः शाकाहारी भोजन तैयार करवाया है. गांगुली ने कहा कि गृह मंत्री ने रात के खाने के लिए उनका निमंत्रण स्वीकार कर लिया है और वे शाम को उनके घर रात्रिभोज के लिए आने वाले हैं. बता दें, गांगुली बीसीसीआई के अध्यक्ष हैं और अमित शाह के बेटे जय शाह बीसीसीआई के सचिव. गांगुली का कहना है कि वह शाह को 2008 से जानते हैं.

रिपोर्ट्स की मानें तो बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल होने वाले थे, लेकिन माइनर हार्ट अटैक के बाद उन्होंने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी और उस वक्त वे राजनीति से दूर हट गए. उस वक्त गांगुली को भाजपा अपना सीएम फेस बनाने पर विचार कर रही थी. क्योंकि गांगुली भारतीय क्रिकेट टीम के सफलतम कप्तान रहे हैं और पश्चिम बंगाल में उनकी काफी लोकप्रियता है. उन्हें प्रिंस ऑफ कोलकाता के नाम से भी जाना जाता है, ऐसे में गांगुली को साथ लेकर बीजेपी ममता बनर्जी के किले को भेदना चाहेगी, साथ ही भाजपा गांगुली के साथ 2024 के लोकसभा चुनाव में बढ़त भी हासिल करने की फ़िराक़ में है.

 

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