Akhilesh Yadav Slams Congress: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बड़ी जीत हासिल हुई. बहुमत पूरा करने के लिए कांग्रेस को सपा और बसपा ने एक-एक सीट दी. 25 दिसंबर को मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी से चुने गए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने कैबिनेट का विस्तार किया. इस दौरान उनके 9 मंत्रियों को शपथ दिलवाई गई. लेकिन कैबिनेट से सपा के इकलौते मंत्री को बाहर रखा गया. इस बात पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव कांग्रेस पर भड़क गए हैं.
लखनऊ. समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने बुधवार को कांग्रेस पार्टी के लिए अपना गुस्सा जाहिर किया. अखिलेश यादव मध्य प्रदेश कैबिनेट में अपने इकलौते विधायक को मंत्री पद न दिए जाने पर भड़क गए. मध्य प्रदेश में सरकार बनाने के लिए अखिलेश यादव की पार्टी सपा ने कांग्रेस का साथ दिया और बहुमत हासिल करने में मदद की. इसके बावजूद उनके विधायक को कैबिनेट में जगह नहीं दिए जाने से वो बेहद नाराज हैं. उन्होंने मीडिया के सामने कहा कि कांग्रेस ने यूपी के लिए रास्ता साफ कर दिया है. कहा जा रहा है कि अखिलेश यादव के इस बयान का मतलब है वो लोकसभा 2019 चुनाव के लिए किए जा रहे गठबंधन से कांग्रेस को बाहर रख सकते हैं.
उनके बयान का मतलब निकाला जा रहा है कि गठबंधन में पार्टियों और उनको दी जाने वाली सीटों पर अखिलेश अब आसानी से फैसला कर पाएंगे. ये बयान उनके और कांग्रेस के बीच बढ़ रही दूरियों को भी दिखा रहा है. वहीं दूसरी ओर महागठबंधन की दूसरी पार्टी बसपा की प्रमुख मायावती ने भी पहले ही कई बयान से ये दिखा दिया है कि वो महागठबंधन में कांग्रेस पर थोड़ी सख्त रहेंगी. कांग्रेस से नाराज मायावती ने मध्य प्रदेश में कांग्रेस का साथ देते ही एक बयान में कहा था कि कांग्रेस को लोगों ने बहुत मुश्किल से वोट दिया है और वो कांग्रेस का साथ केवल भाजपा को पीछे रखने के लिए दे रही हैं.
ये तो सभी जानते हैं कि 2019 लोकसभा चुनाव के लिए सपा और बसपा एक महागठबंधन की तैयारी में हैं. हालांकि इसपर अभी कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है. लेकिन इस महागठबंधन के होने से पहले सभी पार्टियों से चर्चा की जा रही है. ऐसे में कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में सरकार बनाने के लिए बहुमत में साथ देने वाली पार्टियों के विधायकों को कैबिनेट में जगह न देकर अपने लिए परेशानी खड़ी कर ली है.
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