पीएम के “पहले कबूतर छोड़ते थे, अब चीते” वाले बयान पर ओवैसी बोले – और रेपिस्ट

नई दिल्ली. बिलकिस बानो केस इस समय सुर्ख़ियों में बना हुआ है, बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट में इस केस में सुनवाई हुई, जिसमें गुजरात सरकार ने हलफनामा दाखिल करते हुए कहा कि उन्होंने बिलकिस के आरोपियों की रिहाई में पूरी न्यायिक प्रक्रिया का पालन किया है और केंद्र सरकार की अनुमति के बाद ही आरोपियों […]

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पीएम के “पहले कबूतर छोड़ते थे, अब चीते” वाले बयान पर ओवैसी बोले – और रेपिस्ट

Aanchal Pandey

  • October 19, 2022 2:34 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली. बिलकिस बानो केस इस समय सुर्ख़ियों में बना हुआ है, बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट में इस केस में सुनवाई हुई, जिसमें गुजरात सरकार ने हलफनामा दाखिल करते हुए कहा कि उन्होंने बिलकिस के आरोपियों की रिहाई में पूरी न्यायिक प्रक्रिया का पालन किया है और केंद्र सरकार की अनुमति के बाद ही आरोपियों को रिहा किया गया था. वहीं, अब एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘चीता छोड़ने का सामर्थ्य’ रखने वाले बयान पर तंज कसा है, दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को गुजरात में डिफेंस एक्सपो का उद्घाटन करते हुए कहा कि देश पहले कबूतर छोड़े जाते थे, लेकिन आज देश चीता छोड़ने का सामर्थ्य रखता है. वहीं, पीएम मोदी के इस बयान पर ट्वीट करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने लिखा, ”और रेपिस्ट”!

ओवैसी ने इसके आगे कुछ नहीं लिखा लेकिन इसे लोग बिलकिस बानो केस से जोड़कर देख रहे हैं क्योंकि बीते दिनों बिलकिस बानो के आरोपियों को गुजरात सरकार ने रिहा कर दिया था.

बिलकिस और अंकिता के घरवालों से मिलें PM- ओवैसी

असदुद्दीन ओवैसी ने इससे पहले भी बिलकिस बानो और अंकिता मर्डर केस को लेकर भाजपा पर तंज कसा था. ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गुजरात के अंबाजी में आयोजित रैली में नारी शक्ति के सम्मान पर दिए गए भाषण पर तंज कसा था. इस संबंध में औवेसी ने ट्वीट कर कहा था, ‘पीएम साहब, कृपया बिलकिस बानो और अंकिता के परिवार वालों से मिलें, हो सकता है कि वो लोग कुछ कहना चाहें…’

क्या है मामला

“3 मार्च 2002”, बाकी दुनिया के लिए भले ही ये दिन आम रहा हो लेकिन इस दिन बिलकिस बानो का पूरा जीवन तबाह हो गया. बात उस समय की है जब बिलकिस के गर्भ में पांच महीने के पल रहे बच्चे के स्वागत के लिए उनका परिवार तैयारियों में जुटा हुआ था, लेकिन इन खुशियों के आने से पहले ही गुजरात में हुए दंगों में सब तबाह हो गया. दंगाईयों की भीड़ बिलकिस के घर में घुसी और निर्ममता से उसकी आंखों के सामने पूरे परिवार को खत्म कर दिया, लेकिन दंगाई यहाँ भी नहीं रुके बल्कि उन्होंने बिलकिस के साथ हैवानियत भी की. बिलकिस के साथ गैंगरेप किया गया. उसके साथ इतनी बदसलूकी की गई गई कि वह दर्द से तड़पकर बेहोश हो गई और जब बिलकिस को होश आया तो उन्होंने न्याय के लिए लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी. लंबी लड़ाई के बाद उसके दोषियों को उम्रकैद की सज़ा हुई लेकिन अब बिलकिस के दोषियों को गुजरात सरकार ने रिहा कर दिया है. इससे एक बार फिर बिलकिस बानो केस चर्चा में आ गया है.

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