Academics 4 Namo Campaign: लोकसभा चुनाव 2019 से पहले बीजेपी की नरेंद्र मोदी सरकार के समर्थन में चल रहा एकेडेमिक्स फॉर नमो अभियान तेज हो गया है. दिल्ली विश्वविद्यालय, काशी हिंदू विश्वविद्यालय और जेएनयू के 30 प्रोफेसरों से मिलकर शुरू हुआ यह अभियान अब 300 से ज्यादा यूनिवर्सिटियों और दूसरे उच्च शिक्षम संस्थानो के 1500 से भी अधिक प्रोफेसरों और शिक्षाविदों को जोड़ चुका है.
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के समर्थन में देशभर के 300 शिक्षण संस्थानों के 1500 से ज्यादा प्रोफेसर, विचारक और बुद्धिजीवियों ने एकेडेमिक्स फॉर नमो अभियान को तेज कर दिया है. देश के अलग-अलग शहरों और कस्बों में ये लोग नरेंद्र मोदी सरकार के 5 सालों में आए परिवर्तन को अपने जरियों से लोगों के बीच परिभाषित कर रहे हैं. यह अभियान 5 मार्च को दिल्ली विश्वविद्यालय, काशी हिंदू विश्वविद्यालय और जेएनयू के 30 प्रोफेसरों से मिलकर शुरु किया था जिसे अब काफी संख्या में लोगों का समर्थन मिलने लगा है.
30 प्रोफेसरों ने शुरू किया था अभियान, अब संख्या 1500 पार
अभियान से जुड़े दिल्ली यूनिवर्सिटी के पत्रकारिता विभाग के प्रोफेसर स्वदेश सिंह कहते हैं कि इस अभियान को सोशल मीडिया के जरिए देश भर में लोगों तक पहुंचाया गया है. इसके साथ ही विचारों के समन्वय के मंच के रूप में एक वेबसाइट भी लॉन्च की गई है. स्वदेश सिंह ने बताया कि 30 प्रोफेसरों से शुरू हुआ यह अभियान आज 300 से ज्यादा यूनिवर्सिटियों और दूसरे उच्च शिक्षम संस्थानो के 1500 से भी अधिक प्रोफेसरों और शिक्षाविदों को जोड़ चुका है.
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Because this election is about narratives not just votes
Because if you have the right to oppose, you also have the right to support
Because as a thought leader you are our torchbearer
✳️Because India needs #NaMoAgain
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— Academics4Nation (@academic4nation) April 7, 2019
मोदी 2.0 आइडिया ऑफ न्यू इंडिया
एकेडेमिक्स 4 नमो अभियान को लेकर प्रोफेसर स्वदेश सिंह ने आगे बताया कि 19 मार्च से 28 मार्च के बीच बुद्धिजीवी युवाओं के लिए एक निबंध प्रतियोगिता भी आयोजित कराई गई थी. प्रतियोगिता में सिर्फ 35 साल से कम उम्र के युवा लोग ही भाग ले सकते थे. इस प्रतियोगिता में ”मोदी 2.0 आइडिया ऑफ न्यू इंडिया” विषय दिया गया, जिसके तहत मोदी सरकार की अच्छी योजना के बारे में लिखना था. इस प्रतियोगिता में शामिल सैकड़ों युवाओं के निबंध काफी बेहतरीन हैं. इसी वजह से विजेताओं के चुनाव में परेशानी आ रही है.
The #academics4namo essay competition closes in a few hours.
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— Academics4Nation (@academic4nation) March 28, 2019
Academics, thinkers and scholars from across the country have joined #academics4namo.
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— Academics4Nation (@academic4nation) April 4, 2019
'शिक्षक को विषय के साथ समाज का प्रबोधन करते हुए भविष्य के राष्ट्र निष्ठ नागरिक का निर्माण करना होता है। संस्कार, विचार, व्यवहार पर ध्यान दिया जाये तो शिक्षक को समाज का सर्वाधिक जागृत चौकीदार कहा जा सकता है।'
प्रफेसर श्रीप्रकाश सिंह का लेख: https://t.co/QjeknUHLlx#academics4namo pic.twitter.com/SnRfHAh0w2— Academics4Nation (@academic4nation) April 6, 2019
प्रोफेसर स्वदेश सिंह ने आगे बताया कि 2-3 अप्रैल को देश के कई हिस्सों में एकेडेमिक्स 4 नमो अभियान से जुड़े लोगों ने लघु सभाएं और बैठकों का आयोजन कराया था. इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी के नए भारत के विचार और उसके क्रियान्वयन रोडमैप पर चर्चा की गई. स्वदेश सिंह ने कहा कि भाजपा की शीर्ष नेतृत्व इस पहल से काफी ज्यादा उत्साहित है. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 मार्च को अपने आधिकारिक ट्विटर पर इसे शेयर भी किया था जो दो दिन ट्विटर के टॉप 3 ट्रेंड्स में बना रहा.
Dear Doctors, Lawyers, Engineers, Teachers, IT professionals, Bankers,
Each of you plays a vital role in making our nation a better place.
Your efforts ensure India is healthier, prosperous, advanced and educated.
Specially inviting you to join #MainBhiChowkidar programme.
— Narendra Modi (@narendramodi) March 24, 2019