नई दिल्ली. उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने आम आदमी पार्टी (आप) के नेताओं को सोमवार को कानूनी नोटिस भेज दिया है, दरअसल बीते दिनों खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के तत्कालीन अध्यक्ष (एलजी) के कार्यकाल में दुर्गेश पाठक, आतिशी, सौरभ भारद्वाज, सांसद संजय सिंह और जस्मिन शाह की ओर से भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए […]
नई दिल्ली. उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने आम आदमी पार्टी (आप) के नेताओं को सोमवार को कानूनी नोटिस भेज दिया है, दरअसल बीते दिनों खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के तत्कालीन अध्यक्ष (एलजी) के कार्यकाल में दुर्गेश पाठक, आतिशी, सौरभ भारद्वाज, सांसद संजय सिंह और जस्मिन शाह की ओर से भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए थे, अब इन आरोपों को झूठा और मानहानि के योग्य मानते हुए उपराज्यपाल ने कानूनी कार्रवाई का फैसला लिया है.
अब इस नोटिस पर आम आदमी पार्टी ने जवाब दिया है, उनका कहना है कि जब वीके सक्सेना ने कुछ गलत किया ही नहीं है तो वो इतना डर क्यों रहे हैं.
उपराज्यपा वी.के सक्सेना के लीगल नोटिस पर जवाब देते हुए आम आदमी पार्टी ने कहा कि अगर उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है तो सीबीआई की छापेमारी और जांच से इतना डरे हुए क्यों हैं? वह स्वतंत्र जांच के लिए खुद को पेश क्यों नहीं करते हैं? उन्हें लोगों को धमकाना बंद कर देना चाहिए, उन्होंने केवीआईसी में इतना भ्रष्टाचार किया है कि अब वह लोगों को धमकाकर इसके प्रसारण को रोकने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन वह हमारी आवाज को दबा नहीं सकते हैं. हम भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे क्योंकि हम भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस रखते है.
बीते सप्ताह आप विधायक दुर्गेश पाठक ने दिल्ली विधानसभा में उपराज्यपाल पर 1,400 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार में शामिल होने का आरोप लगाया था, पाठक ने उपराज्यपाल पर आरोप लगाते हुए कहा था कि वी.के सक्सेना ने बतौर खादी ग्रामोद्योग आयोग अध्यक्ष 1,400 करोड़ रुपये का घोटाला किया है. ये वाकया 2016 की नोटबंदी का है. पाठक के मुताबिक, नोटबंदी के दौरान मौजूदा उपराज्यपाल ने बड़े पैमाने पर पुरानी नोट बदलवाई थी और नोटबंदी के बाद उन्होंने काले धन को भी सफ़ेद किया था.