नई दिल्ली. दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) सरकार और राज्यपाल वीके सक्सेना के बीच की जंग समय के साथ बढ़ती ही जा रही है. ‘आप’ नेताओं को एलजी की ओर से भेजे गए लीगल नोटिस को फाड़ते हुए राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने उपराज्यपाल पर फिर करोड़ों-अरबों की हेराफेरी का आरोप लगाया है. संजय […]
नई दिल्ली. दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) सरकार और राज्यपाल वीके सक्सेना के बीच की जंग समय के साथ बढ़ती ही जा रही है. ‘आप’ नेताओं को एलजी की ओर से भेजे गए लीगल नोटिस को फाड़ते हुए राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने उपराज्यपाल पर फिर करोड़ों-अरबों की हेराफेरी का आरोप लगाया है. संजय सिंह ने कहा कि खादी ग्रामोद्य का प्रमुख रहते हुए मजदूरों के भुगतान में धांधली की गई.
संजय सिंह ने कुछ दस्तावजों के साथ उपराज्यपाल वीके सक्सेना पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा, ”दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना महाभ्रष्ट, बेईमान व्यक्ति हैं, ऐसा महाभ्रष्ट व्यक्ति जो केवीआईसी का अध्यक्ष रहते हुए 2.5 लाख कर्मचारियों का पैसा खा जाता है. अरबों-खरबों खा जाता है और डकार भी नहीं लेता. ऐसा भ्रष्ट व्यक्ति जो खादी जैसी पवित्र संस्था को अपने लूट का अड्डा बना देता है, ऐसे भ्रष्टाचारी व्यक्ति को आखिर नरेंद्र मोदी जी ने दिल्ली का एलजी क्यों बनाया ?”
संजय सिंह ने एलजी की गिरफ्तारी की मांग करते हुए कहा कि “इस मामले की ईडी और सीबीआई जांच होनी चाहिए. इस एलजी को गिरफ्तार कर सीधे जेल में डालना चाहिए. ऐसे महाभ्रष्ट एलजी को तत्काल हटाकर गिरफ्तार कर लिया जाए.”
संजय सिंह ने एलजी द्वारा भेजे गए नोटिस को फाड़ते हुए कहा कि वह उच्च सदन (राज्यसभा) के सदस्य हैं और उन्हें सच बोलने का हक है. संजय सिंह ने कहा, ”वीके सक्सेना को मैं कहना चाहता हूं कि भारत का संविधान मुझे सच बोलने का अधिकार देता है और देश के सर्वोच्च सदन का सदस्य होने के नाते मुझे सच बोलने का अधिकार है इसलिए मुझे कोई रोक नहीं सकता और किसी चोर, भ्रष्ट व्यक्ति के नोटिस भेजने से मैं रुकने और डरने वाला नहीं हूँ.”