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केजरीवाल ने कुमार विश्वास को राजस्थान प्रभारी पद से हटाया, अब दीपक वाजपेयी देखेंगे चुनाव

आम आदमी पार्टी ने (AAP) ने कुमार विश्वास को राजस्थान प्रभारी पद से हटा दिया है. विश्वास की जगह अब दीपक वाजपेयी को राजस्थान का प्रभारी बनाया गया है. आप नेता आशुतोष ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी पुष्टि की. बता दें कि पिछले काफी वक्त से कुमार विश्वास और दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल के बीच मनमुटाव चल रहा है. इस साल राजस्थान में विधानसभा चुनाव भी होने हैं.

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Arvind Kejriwal removed Kumar Vishwas as Rajasthan's incharge, now Deepak Vajpayee Newsincharge elections of Rajasthan
  • April 11, 2018 1:47 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) ने कुमार विश्वास को राजस्थान प्रभारी पद से हटा दिया है. राजस्थान की कमान अब पार्टी नेता दीपक वाजपेयी को सौंपी गई है. आप नेता आशुतोष ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात की पुष्टि की. पिछले काफी वक्त से कुमार विश्वास और अरविंद केजरीवाल के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. इस साल राजस्थान में विधानसभा चुनाव भी होने वाले हैं. हाल में दिल्ली की राज्यसभा सीटों के चयन के समय केजरीवाल और कुमार विश्वास के बीच गतिरोध साफ देखने को मिला था.

बता दें कि पिछले साल मई में कुमार विश्वास को राजस्थान का प्रभारी बनाया गया था. आशुतोष ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी कि दो दिन पहले राजस्थान चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी की पीएसी की बैठक हुई. राजस्थान में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. वहां लोग बीजेपी का विकल्प तलाश रहे हैं. आशुतोष ने कहा कि वसुंधरा राज में जनता परेशान है, जनता बदलाव चाहती है.

कुमार विश्वास पर बोलते हुए आशुतोष ने कहा कि विश्वास राजस्थान में ज्यादा समय नहीं दे पा रहे हैं, लिहाजा पार्टी ने उन्हें प्रभारी पद से मुक्त करने का फैसला किया और अब दीपक वाजपेयी को राजस्थान की कमान सौंपी है. उम्मीद है कि दीपक राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को मजबूती देंगे. पार्टी ने राजस्थान में पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ने का फैसला किया है. हालांकि इस दौरान आशुतोष ने यह साफ नहीं किया कि राज्य में उनकी पार्टी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी. बता दें कि इसी साल राज्यसभा चुनाव के समय कुमार विश्वास ने अपनी नाराजगी जाहिर की थी. उन्होंने कहा था कि उन्हें सच बोलने की सजा दी गई.

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