आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा उम्मीदवार नारायण दास गुप्ता (एनडी गुप्ता) का नामांकन मंजूर कर लिया गया है. दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने एनडी गुप्ता पर लाभ के पद पर रहने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से शिकायत की थी. आम आदमी पार्टी के तीनों उम्म्मीदवारों ने गुरुवार को राज्यसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया था. AAP की ओर से नामांकन दाखिल करने वालों में पार्टी के संयोजक सदस्य संजय सिंह, कारोबारी सुशील गुप्ता और चार्टर्ड अकांउटेंट नारायण दास गुप्ता शामिल हैं.
नई दिल्लीः आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा उम्मीदवार नारायण दास गुप्ता (एनडी गुप्ता) का नामांकन मंजूर कर लिया गया है. दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने एनडी गुप्ता पर लाभ के पद पर रहने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से शिकायत की थी. आम आदमी पार्टी के तीनों उम्म्मीदवारों ने गुरुवार को राज्यसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया था. AAP की ओर से नामांकन दाखिल करने वालों में पार्टी के संयोजक सदस्य संजय सिंह, कारोबारी सुशील गुप्ता और चार्टर्ड अकांउटेंट नारायण दास गुप्ता शामिल हैं.
एनडी गुप्ता पर कांग्रेस द्वारा आरोप लगाए जाने के बावजूद सोमवार को उनका नामांकन मंजूर कर लिया गया. AAP नेता और राज्यसभा उम्मीदवार संजय सिंह ने कहा, ‘सस्ती लोकप्रियता के लिए यह मुहिम चलाई जा रही थी, जिसका सच आज सबके सामने आ गया है. पार्टी के उम्मीदवार एनडी गुप्ता ने किसी लाभ के पद पर रहते हुए नामांकन नहीं किया था. कांग्रेस मानसिक दिवालियेपन का शिकार हो गई है. आज शाम साढ़े तीन बजे के आसपास उन्हें प्रमाण-पत्र मिलेगा.’ कुमार विश्वास को लेकर सवाल पूछे जाने पर संजय सिंह ने कहा कि वह इस पर कोई बात नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि वह उनसे (कुमार विश्वास) बात करेंगे. यह बातें मीडिया के जरिए नहीं होंगी.
बताते चलें कि कांग्रेस ने एनडी गुप्ता की उम्मीदवारी रद्द किए जाने की मांग की थी. एनडी गुप्ता को बीजेपी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जीएसटी का समर्थक बताते हुए अजय माकन ने कहा था कि उन्हें 30 मार्च, 2015 को सरकार के स्वामित्व वाले 1.75 लाख करोड़ रुपये के राष्ट्रीय पेंशन योजना ट्रस्ट का न्यासी नियुक्त किया गया था. वह अभी भी इसी पद पर बने हुए हैं, लिहाजा उनकी उम्मीदवारी खारिज
की जाए. गौरतलब है कि AAP के राज्यसभा के उम्मीदवारों का ऐलान होते ही कुमार विश्वास की नाराजगी खुलकर सामने आ गई थी. विश्वास ने कहा था कि उन्हें सच बोलने की सजा दी गई है. उन्होंने अरविंद केजरीवाल का नाम लेते हुए कहा, ‘अरविंद ने मुझसे कहा था..सर जी आपको मारेंगे जरूर लेकिन शहीद नहीं होने देंगे. मैं अपनी शहादत स्वीकार करता हूं.’