नई दिल्ली, दिल्ली में पहली बार सरकार बनाने के बाद अब आम आदमी पार्टी अन्य राज्यों में भी अपना विस्तार कर रही है. आप ने पहले दिल्ली में सरकार बनाई और फिर पंजाब में पूर्ण बहुमत के साथ अपनी सरकार बना ली. इसके साथ ही अन्य राज्यों में आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन पहले से […]
नई दिल्ली, दिल्ली में पहली बार सरकार बनाने के बाद अब आम आदमी पार्टी अन्य राज्यों में भी अपना विस्तार कर रही है. आप ने पहले दिल्ली में सरकार बनाई और फिर पंजाब में पूर्ण बहुमत के साथ अपनी सरकार बना ली. इसके साथ ही अन्य राज्यों में आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन पहले से बेहतर हो रहा है. इसी कड़ी में गोवा भी शामिल है. अब आम आदमी पार्टी नेशनल पार्टी का दर्ज हासिल करने की दौड़ में है. यहां तक कि पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी कह दिया है कि आम आदमी पार्टी अब नेशनल पार्टी से बस कुछ ही कदम दूर है.
अगर कोई पार्टी नेशनल पार्टी का दर्जा हासिल करना चाहती हैं तो इसके लिए कुछ शर्तें होती हैं. इन शर्तों को पूरा करने के बाद ही किसी भी पार्टी को राष्ट्रीय दल का दर्जा मिल पाता है, इसके लिए तकरीबन 3 शर्ते होती हैं, जिनका पालन करना ज़रूरी होता है. इन 3 शर्तों में से कोई एक शर्त भी अगर पार्टी पूरी कर लें तो चुनाव आयोग नेशनल पार्टी का दर्जा दे देता है. इसके बाद पार्टियों को कई सुविधाएं भी मिलती हैं और चुनाव आयोग की ओर से मान्यता प्राप्त पार्टियां ही कुछ खास कार्य कर पाते हैं, ऐसे में अब आम आदमी पार्टी भी राष्ट्रीय पार्टी बनने की होड़ में लगी है. आइए आपको बताते हैं कि नेशनल पार्टी बनने के लिए पार्टी को किन मानकों पर खरा उतरना होता है:
(1) किसी भी पार्टी को 3 राज्यों में लोकसभा चुनाव में कम से कम 2 फीसदी सीटें हासिल होनी चाहिए.
(2) किसी भी पार्टी के 4 लोकसभा सांसद हो या फिर पार्टी को लोकसभा में 6 फीसदी वोट मिला हो, या फिर विधानसभा चुनावों में चार या इससे अधिक राज्यों में कुल 6 फीसदी या इससे ज्यादा का वोट शेयर मिला हो.
(3) किसी भी पार्टी को चार या इससे अधिक राज्यों में क्षेत्रीय पार्टी की मान्यता मिली हो, अगर कोई इन तीन शर्तों में से एक भी शर्त पूरी कर लेता है तो उसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल सकता है.
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