नई दिल्ली. देश में असहिष्णुता को लेकर छिड़ी हुई बहस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रतिष्ठित पत्रिका ‘इकॉनोमिस्ट’ में एक लेख के जरिए अपना पक्ष स्पष्ट करने की कोशिश की है. मोदी ने अपने लेख में कहा है कि भारत में बहुलवाद सहित कई सामाजिक मजबूतियां हैं. मोदी सरकार की आलोचनाओं के बीच यह दूसरा मौका है जब पीएम मोदी ने विविधता और बहुलवाद से संबंधित मुद्दों पर सफाई पेश की है.
‘इकॉनोमिस्ट’ के इस लेख में मोदी ने जो बातें कहीं हैं उनमें से कुछ को पत्रिका के पेरिस स्थित बिजनेस संवाददाता ने ट्वीट किया है. इस पत्रिका के ताजा अंक के मुख्य पृष्ठ पर ‘द वर्ल्ड इन 2016’ शीषर्क के साथ पीएम मोदी सहित वैश्विक नेताओं के कार्टून चित्र प्रकाशित किए गए हैं. पीएम मोदी के हवाले से लेख में कहा गया है, ‘भारत में बहुलवाद सहित बहुत सामाजिक मजबूती है…’ पत्रिका के विशेष हिस्से में मोदी के अलावा आईएमएफ प्रमुख क्रिस्टियन लगार्डे और नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई सहित अन्य ने योगदान दिया है.
प्रधानमंत्री ने अगले सप्ताह 18 महीने पूरे करने वाली उनकी सरकार से ‘बड़ी उम्मीदों’ का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, हमारी सरकार से बहुत उम्मीद की भावना है. निस्संदेह, कुछ उम्मीदें हमसे आगे हैं. पीएम ने पर्यावरण पर भारत के विकास के असर की भी बात की. उन्होंने पेरिस में जलवायु परिवर्तन सम्मेलन से पहले कहा, ‘हम सचेत हैं कि हमारे विकास का पर्यावरण पर कुछ असर हो.’ पीएम मोदी ने बीते शुक्रवार को कहा था कि भारत की विविधता देश की ‘मजबूती और गौरव’ है और उन्होंने शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के महत्व को रेखांकित किया था.