उत्तर प्रदेश में एक मुस्लिम छात्र के पिता ने स्टडी टूर के नाम पर स्कूल द्वारा बच्चे को RSS के ट्रेनिंग कैंप में भेजने का आरोप लगाया है. बच्चे के पिता ने कहा कि कैंप में बच्चों से मुस्लिम विरोधी कविता पाठ कराया गया और मुस्लिमों से नफरत करना सिखाया गया.
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर में एक मुस्लिम छात्र के पिता ने स्टडी टूर के नाम पर स्कूल द्वारा बच्चे को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ट्रेनिंग कैंप में भेजने का आरोप लगाया है. बच्चे के पिता ने कहा कि कैंप में बच्चों से मुस्लिम विरोधी कविता पाठ कराया गया और मुस्लिमों से नफरत करना सिखाया गया.
अंग्रेज़ी अखबार मेल टुडे में छपी ख़बर के मुताबिक सिद्धार्थनगर के प्री-सेकेंडरी जूनियर हाई स्कूल में 8वीं के छात्र गुलज़ार अहमद के पिता महबूब अहमद ने राज्य अल्पसंख्यक आयोग में इस मामले की शिकायत करते हुए स्कूल प्रबंधन पर कार्रवाई की मांग की है. यह स्कूल बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल का है.
महबूब अहमद ने मेल टुडे से कहा कि उनके 15 साल के बेटे गुलज़ार के अलावा तीन और बच्चों को स्टडी टूर के नाम पर बदनी के सूर्या महाविद्यालय ले जाया गया जहां आरएसएस का प्राथमिक प्रशिक्षण वर्ग चल रहा था. महबूब ने कहा कि स्कूल ने आरएसएस के कैंप में उनके बेटे की पहचान छुपाई और उसका नाम विजय कुमार के तौर पर दर्ज कराया गया.
बच्चे का दावा, कैंप में मुसलमानों से नफरत करना सिखाया गया
महबूब ने कहा कि कैंप में सारे बच्चों को 10 अक्टूबर से 18 अक्टूबर तक चले आरएसएस के प्रशिक्षण वर्ग में शामिल होने कहा गया. महबूब ने कहा कि गुलज़ार ने लौटने के बाद उन्हें बताया कि कैंप में उसे कोरस में मुस्लिम विरोधी कविता पाठ कराया गया और ट्रेनिंग देने वालों ने मुसलमानों से नफरत करने कहा. महबूब ने बताया कि गुलज़ार इतना डर गया था कि वो रिएक्ट नहीं कर सका.
गुलज़ार ने मेल टुडे से कहा, “कैंप में उसे खाकी पैंट और सफेद शर्ट पहनने कहा गया. मेरा मोबाइल फोन जब्त कर लिया गया और मुझे कैंप से बाहर जाने नहीं दिया गया. आखिरी दिन उन लोगों ने मोबाइल फोन लौटाया और वो यूनिफॉर्म भी लाने दिया जो वहां पहनने के लिए दिया गया था.”
आरएसएस के प्रचारक ने कहा, कैंप में गुलज़ार अकेला मुस्लिम नहीं था
इस मसले पर आरएसएस के प्रचारक और कैंप के प्रभारी श्रीप्रकाश ने कहा, “बच्चों को कैंप में वो नहीं लाते हैं. वे खुद आते हैं. हमारा काम सिर्फ आने की चाह रखने वालों से संयोजन बिठाना है. कैंप में वो अकेला मुस्लिम लड़का नहीं था. दूसरे गांव का एक बच्चा नूर आलम भी कैंप में था. ऐसा लगता है कि इस बच्चे ने हमें गुमराह किया. उसने खुद ही अपना परिचय हिन्दू नाम से दिया था. नहीं तो किसी को झूठी बात बताकर यहां लाने की कोई जरूरत नहीं है.”
जगदंबिका पाल बोले, आरएसएस को बदनाम करने की साजिश है ये
गुलज़ार के स्कूल के संचालक बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल ने कहा कि ये कुछ मुस्लिम कट्टरपंथियों की आरएसएस को बदनाम करने की साजिश है. स्कूल के प्रिंसिपल ने भी गुलज़ार और महबूब के आरोपों को खारिज कर दिया है.