नई दिल्ली. केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने देश में असहिष्णुता की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए विरोधी दलों पर निशाना साधा है. राजनाथ ने कहा कि इन घटनाओं का इस्तेमाल राजनीतिक फायदे के लिए नहीं किया जाना चाहिए.
राजनाथ ने ने भारतीय पुलिस प्रतिष्ठान और पुलिस संस्थान का उद्घाटन करने के बाद कहा कि दुनिया भर को वसुधैव कुटुम्बकम का संदेश देने वाले देश में असहिष्णुता की घटनाएं चिंता का विषय है. जाति, नस्ल और धर्म के आधार पर इस तरह की घटनाएं नहीं होनी चाहिए. सहिष्णुता और एकता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि देश को सह अस्तित्व और एकता में विविधता के बारे में उदाहरण पेश करना चाहिए.
बाद में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि इन दिनों जो घटनाएं हो रही है उनका राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने यह बात कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की फरीदाबाद में उस दलित परिवार से मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर कही जिनके घर में कुछ लोगों ने आग लगा दी थी. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वह किसी के बारे में टिप्पणी नहीं करना चाहते. यह दुर्भाग्यपूर्ण तथा निंदनीय घटना है. किसी को भी जाति, नस्ल और धर्म के आधार पर राजनीति नहीं करनी चाहिए.
फरीदाबाद वाली घटना में मिलेगा न्याय
राजनाथ ने कहा कि उन्होंने फरीदाबाद में हुई घटना के बारे में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और पंजाब के हालात पर मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से चर्चा की है. गुरु ग्रंथ साहब की कथित बेअदबी की खबरों के विरोध में जगह-जगह हो रहे प्रदर्शन के कारण राज्य में पिछले कुछ सप्ताह से अशांति का माहौल है. राजनाथ का साम्प्रदायिक असहिष्णुता के सबंध में आज का बयान वित्त मंत्री अरुण जेटली के उस बयान की पृष्ठभूमि में आया है जिसमें उन्होंने शिव सैनिकों द्वारा मुंबई में बीसीसीआई कार्यालय में की गयी हुड़दंगबाजी पर कहा था कि इस तरह की घटनाओं से देश में परस्पर संवाद के मौके घटते हैं.