मुलायम के सुर बदले, बोले बिहार में BJP की लहर

समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव का बीजेपी प्रेम ज़ाहिर हो गया है. कुछ दिनों पहले तक बिहार में महागठबंधन का हिस्सा रहे और सांप्रदायिक घटनाओं के लिए बीजेपी को कोस रहे मुलायम के सुर अब बदल गए हैं. मुलायम ने साफ़ कहा है कि बिहार में बीजेपी की लहर है और महागठबंधन का जीतना नामुमकिन है.

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मुलायम के सुर बदले, बोले बिहार में BJP की लहर

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  • October 13, 2015 5:34 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
नई दिल्ली. समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव का बीजेपी प्रेम ज़ाहिर हो गया है. कुछ दिनों पहले तक बिहार में महागठबंधन का हिस्सा रहे और सांप्रदायिक घटनाओं के लिए बीजेपी को कोस रहे मुलायम के सुर अब बदल गए हैं. मुलायम ने साफ़ कहा है कि बिहार में बीजेपी की लहर है और महागठबंधन का जीतना नामुमकिन है. 
 
बिहार में बीजेपी की लहर
मुलायम ने कहा कि बिहार में बीजेपी की लहर है. बिहार में जो विकास होना चाहिए था, वह नहीं हुआ इसलिए सत्ता परिवर्तन जरूरी हो गया है. साथ ही मुलायम ने नीतीश पर लालू यादव को धोखा देने का आरोप भी लगाया है. मुलायम ने कहा कि नीतीश ने लालू को जेल भिजवाया, इसलिए लालू को नीतीश की मदद नहीं करनी चाहिए थी. 
 
समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर धोखा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि पता नहीं आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद जी की क्या मजबूरी थी कि चारा घाटोला मामले में नीतीश के उनको सजा दिलवाने के बावजूद वह उनके साथ जा खड़े (बिहार विधानसभा चुनाव में गठबंधन) हुए.
 
नीतीश ने दिया धोखा
मुलायम ने नीतीश को धोखेबाज बताते हुए कहा कि जनता परिवार को एकजुट करने में उन्होंने शुरुआत में तो सहयोग किया पर बाद में धोखा दिया. बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बने नीतीश नीत धर्मनिरपेक्ष महागठबंधन में सपा के लिए पहले एक भी सीट नहीं देने और बाद में छोड़ी गयी तीन सीटें एनसीपी के अस्वीकार कर दिए जाने पर उक्त सीटों के साथ लालू ने अपनी दो सीटें (कुल पांच) सपा को दी थी लेकिन सपा ने इसे खारिज करते हुए महागठबंधन से नाता तोड़कर एनसीपी सहित चार अन्य दलों के साथ मिलकर तीसरे मोर्चे का गठन कर लिया.
 
यादव सिंह प्रकरण का असर तो नहीं?
नोएडा के इंजीनियर यादव सिंह और मुलायम के परिवार के बीच संबंध सामने आने के बाद से ही यह नरमी और महागठबंधन से अलगाव देखने को मिला है. बता दें कि इस केस की जांच सीबीआई कर रही है और सीबीआई केंद्र के अधीन है. भारतीय राजनीति में सीबीआई का इतिहास देखें तो मुलायम की नरमी पर शक किया जाना गलत भी नहीं जान पड़ता.
 

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