नई दिल्ली. पिछले साल नवरात्र में हिन्दू धर्म को छोड़कर अन्य धर्मो के युवाओ के लिए गरबा पंडालो में प्रवेश को बैन करने का बयान देकर सुर्खियाँ बटोरने वाली इंदौर की विधायक उषा ठाकुर ने इस बार भी नवरात्र में वही सख्ती दिखाने का एलान किया है.
विधायक का कहना है कि उनके इस बयान को मुस्लिम धर्म गुरुओं का समर्थन मिला था और इस बार भी सभी गरबा पंडालो में ये सुनिश्चित किया जायेगा की अन्य धर्म के युवा प्रवेश ना कर पाए. विधायक के मुताबिक दुर्गा पूजा और गरबे का आयोजन मनोरंजन के लिए नहीं बल्कि हिन्दुओं की आस्था और दुर्गा मां पर विश्वास का प्रतिक है.
विधायक उषा ठाकुर का कहना है कि वे हमेशा से कुर्बानी के खिलाफ है और शुद्ध सात्विक जिन्दगी को जीती है जब व्यक्ति किसी को बना नहीं सकता तो उसे किसी भी जानवर की ह्त्या करने का भी कोई हक़ नही है.
यदि मुस्लिम समाज वाकई में अल्लाह के लिए कुर्बानी देना चाहता है तो जैसी किवदन्ती प्रचलित है वैसे ही मुस्लिम समाज को अपने बेटों की कुर्बानी देना शुरू कर देना चाहिए. ताकि निरीह जीव के प्राण बच सके. इंदौर के क्षेत्र क्रमांक 3 की विधायक उषा ठाकुर ने सांकेतिक कुर्बानी देने वाले मुस्लिम समाज के लोगो की पहल को सराहनीय भी बताया है.