नई दिल्ली. सीमा सुरक्षा बल के साथ द्विपक्षीय बातचीत के लिए पाकिस्तान रेंजर्स का उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल आज यहां चार दिन की यात्रा पर पहुंच रहा है और इस बार पाकिस्तान के वरिष्ठ अधिकारी अपनी पत्नियों साथ नहीं ला पाएंगे. अधिकारियों ने बताया कि 15 सदस्यीय आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल के साथ करीब आधा दर्जन महिलाओं के भी आने का कार्यक्रम था. लेकिन कुछ दिन पहले पाकिस्तान की ओर से उनके नाम वापस ले लिए गए.
पिछली बार 2012 में रेंजर्स प्रतिनिधिमंडल द्विवार्षिक महानिदेशक स्तरीय वार्ता के लिए भारत आया था. उस दौरान अधिकारियों के साथ उनकी पत्नियां भी आयी थीं. अधिकारियों ने कहा कि ऐसी यात्राओं के दौरान वरिष्ठ अर्धसैनिक या सैनिक अधिकारियों की पत्नियों का अपने पतियों के साथ यात्रा करने का चलन पूरी दुनिया में देखा गया है.
भारत और बांग्लादेश के बलों के बीच यह परंपरा कई सालों से है. यहां तक कि पाकिस्तानी पक्ष भी पिछली बार महिलाओं को साथ लेकर आया था. इस बार, आखिरी समय पर सूचित किया गया कि वे नहीं आ रही हैं. सीमा सुरक्षा बल के वरिष्ठ अधिकारियों की पत्नियों ने 2012 में अपने समकक्षों की मेजबानी की थी और उन्हें राष्ट्रीय राजधानी में विभिन्न दर्शनीय स्थलों पर भी ले जाया गया था और उन्होंने लोकप्रिय बाजारों में खरीदारी भी की थी. सीमा सुरक्षा बल ने उनके ठहरने के लिए पूरी तैयारियां की थी.