अहमदाबाद: बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को गुजरात चुनाव का बिगूल फूंक दिया. उन्होंने ‘गुजरात गौरव यात्रा’ की शुरुआत की. शाह ने आणंद के करमसद में सरदार वल्लभ भाई पटेल की जन्मस्थली से शाह ने गुजरात गौरव यात्रा का आगाज किया. शाह सरदार पटेल के घर गए और वहां लोगों से मुलाकात भी की. गुजरात के सीएम विजय रूपाणी भी मौजूद रहे.
गौरव यात्रा प्रदेश में बीजेपी के करीब दो दशक के शासन में हुए विकास के बारे में बताएगी. हाल ही में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुजरात की यात्रा की थी. जिसके जवाब में अब बीजेपी ने गौरव यात्रा शुरु की है. माना जा रहा है कि बीजेपी इसके जरिए राहुल की सौराष्ट्र यात्रा के असर को खत्म करने की कोशिश करेगी, जिसमें उन्होंने पटेलों को लुभाने का प्रयास किया था.
पाटीदार आरक्षण आंदोलन के चलते गांवों में ढीली हुई पकड़ को मजबूत करने के लिए बीजेपी ग्रामीण क्षेत्रों की 149 सीटों पर 15 अक्टूबर तक गुजरात गौरव यात्रा निकाली है. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा कई केंद्रीय मंत्री तथा बीजेपी कार्यकर्ताओं शामिल होंगे. इससे पहले गुजरात गौरव यात्रा को साल 2002 में चलाया गया था.
गुजरात में इस साल के अंत में चुनाव होने हैं. इस बार जहां मोदी गुजरात की राजनीति से प्रत्यक्ष तौर पर बाहर हैं, वहीं अमित शाह भी गुजरात विधानसभा से निकलकर राज्यसभा पहुंच गए हैं. दूसरी तरफ आरक्षण को लेकर पाटीदार समुदाय का विरोध बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है. ऐसे में बीजेपी जीत के सिलसिले को बरकरार रखने के लिए पूरी ताकत झोंकने के मूड में है.
वहीं कांग्रेस के नारे ‘विकास पागल हो गया है’ के बाद अब बीजेपी ने कांग्रेस के नारे जवाब दिया है- ‘मैं ही गुजरात हूं, मैं ही विकास हूं.’ शाह इस यात्रा के दौरान कुल 138 जन सभाओं को संबोधित करेंगे. यात्रा के दो रूट होंगे. इनमें से एक रूट को गुजरात के डिप्टी सीएम नितिन पटेल लीड करेंगे, जबकि दूसरे रूट को गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष वघानी लीड करेंगे.