नई दिल्ली: मशहूर कन्नड़ वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की बदमाशों ने मंगलवार को घर में घुसकर दिनदहाड़े हत्या कर दी. हत्याकांड के बाद राजनीति रंग लेना शुरू कर दिया है. बीजेपी ने गौरी हत्याकांड पर कर्नाटक सरकार को निशाने पर लिया और मामले के जल्द खुलासे की मांग की. केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कर्नाटक की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मामले के जल्द खुलासे की मांग भी की. राहुल गांधी के बयान पर केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने कड़ी आपत्ती भी जताई. गडकरी ने कहा कि यह बहुत ही गैरजिम्मेदाराना है कि किसी भी अपराध के लिए दूसरे राजनितिक दलों को दोषी ठहरा देते हैं.
गडकरी ने कहा कि बीजेपी या फिर उससे जुड़ा सगंठन गौरी लंकेश की हत्याकांड में शामिल नहीं है. साथ ही गड़करी ने उन लोगों को भी आड़े हाथ लिया जिन्होंने इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर भी सवाल उठा रहे हैं. उन्होंने कहा कि पीएम सभी मामलों पर प्रतिक्रिया नहीं कर सकते. इस वक्त पीएम मोदी देश के बाहर हैं. गडकरी ने कहा कि एक राजनीतिक दल के अध्यक्ष ने इस घटना पर बेहद गैरजिम्मेदाराना बयान दिया है. हत्याकांड पर आरोप लगाना आधारहीन है और झूठा है. यह लोकतंत्र के लिए सही नहीं है. कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है और वहां की कानून व्यवस्था राज्य सरकार के अधीन है. उन्होंने बीजेपी भी मांग कर रही है कि इस मामले की उच्चस्तरीय जांच हो और जल्द गिरफ्तार हो.
वहीं सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति इरानी ने भी गौरी लंकेश की हत्या की निंदा की है और उम्मीद जताई है इस मामले की त्वरित जांच हो और उन्हें न्याय मिले. इरानी ने ट्वीटर पर लिखा कि वरिष्ठ प्रत्रकार गौरी शंकर की हत्या की निंदा करती हूं. उम्मीद करती हूं कि इस मामले की त्वरीत जांच हो. मेरी पूरी संवेदनाएं परिवार के साथ हैं. बता दें कि वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की पांच सितंबर को उनके बेंगलुरु में राजा राजेश्वरी नगर में स्थित उनके घर पर गोली मारकर हत्या कर दी है. सिटी पुलिस ने भी इस घटना की पुष्टि कर दी है. पुलिस ने उनकी बॉडी को घर के बरामदे से बरामद की है. बता दें कि लंकेश के दक्षिणपंथी संगठनों से वैचारिक मतभेद थे. वहीं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गौरी लंकेश की हत्या को लेकर बीजेपी और कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला. राहुल गांधी ने ट्विटर के माध्यम से अपना गुस्सा निकालते हुए कहा कि जो भी बीजेपी और आरएसएस के खिलाफ बोलता है उस पर हमला हो जाता है और यहां तक की उसे मार भी दिया जाता है. ये लोग अपनी विचारधारा पूरे देश पर थोपने की कोशिश कर रहे हैं जो कि भारत की प्रकृति के विरुद्ध है.