मुंबई : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी चीन यात्रा से पहले ही कैबिनेट विस्तार कर दिया है. चीन यात्रा से ठीक एक दिन पहले ही मंत्रिमंडल में बड़े फेरबदल किए गए थे, जिसे लेकर शिवसेना में काफी रोष देखने को मिल रहा है. केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार में शिवसेना को नहीं शामिल किए जाने को लेकर शिवसेना भड़क चुकी है.
शिवसेना के मुखपत्र सामना में केंद्रीय मंत्रिमंडल में हुए विस्तार को लेकर पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा गया है. शिवसेना ने कैबिनेट विस्तार को पीएम मोदी का प्रयोग बताया है और कहा है कि केंद्र में मोदी सरकार के तीन साल पूरे हो गए हैं और 3 साल के बाद भी प्रयोग जारी है. अच्छे दिन का चमत्कार होने की देश प्रतीक्षा कर रहा है.
शिवसेना ने कहा, ‘महंगाई, बेरोजगारी बढ़ रही है. रोटी ,कपड़ा ,मकान का सवाल उसी तरह बरकार है. किस मंत्रालय ने कौन सा सवाल हल किया है. सारी समस्याएं अब भी वैसी की वैसी ही है. मामला देश से जुड़ा है इसलिए शिवसेना चुप नहीं बैठ सकता.’
उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने कहा, ‘केंद्रीय मंत्रिमंडल का एक और विस्तार हो चुका है. हलांकि मंत्रिमण्डल का विस्तार का मतलब ताश के पत्ते को फेटने जैसे होता है. कब कोई जोकर या गुलाम राजा बन जाए और राजा की अवस्था गुलाम जैसी हो जाए यह नहीं कहा जा सकता. नए विस्तार को लेकर भी इससे अलग कुछ घटित हुआ हो, ऐसा दिखाई नहीं देता. प्रधानमंत्री चीन दौरे जाने से पहले मंत्रिमण्डल के विस्तार करेंगे, ऐसा खास तौर से कहा जा रहा था. अब चीन के दौरे से इस मंत्रिमण्डल का विस्तार का क्या सम्बन्ध? जैसे नए मंत्रिमण्डल की सूची जैकेट के जेब मे नही लेकर गए होते तो शी जिनपिंग नाराज हो जाते और डोकलाम विवाद को फिर से कुरेद डालते. मतलब चीन के दौरे पहले विस्तार नहीं किया गया तो आसमान गिर पड़ेगा. ऐसी हास्यास्पद तस्वीर बनाई गई. चार-पांच दिन के विदेश दौरे के बाद भी तो विस्तार के ताश के पत्ते फेटे जा सकते थे.’
बता दें कि पीएम मोदी ने चीन में ब्रिक्स सम्मेलन के लिए रवाना होने के लिए केंद्रीय कैबिनेट का विस्तार किया. रविवार को 10.30 बजे से राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण समारोह शुरू हुआ. जैसा पहले से कायास लगाए जा रहे थे, सब कुछ वैसा ही हुआ. मोदी की टीम में चार मंत्रियों का प्रमोशन हुआ है, वहीं नौ नए चेहरे को राज्यमंत्री के रूप में शामिल किया गया है.
इस विस्तार को बीजेपी के 2019 के चुनावी अभियान के नजर से भी देखा जा रहा है. मोदी मंत्री मंडल में केरल, कर्नाटक, दिल्ली, राजस्थान, बिहार और उत्तर प्रदेश के नये चेहरों को जगह दी गई है. मुख्तार अब्बास नकवी, निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल और धर्मेद्र प्रधान को प्रमोशन दिया गया है. उन्हें राज्यमंत्री से कैबिनेट का दर्जा दिया गया है.
इसके अलावा नये चेहरों में से अनंत हेगड़े, वीरेंद्र कुमार और हरदेव सिंह पुरी को राज्यमंत्री बनाया गया है. मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर और बागपत से सांसद सतपाल सिंह तथा पूर्व गृह सचिव और बिहार के आरा से सांसद आरके सिंह को भी राज्यमंत्री बनाया गया है. गजेंद्र सिंह, अल्फोंस कन्नाथनम, शिवप्रताप शुक्ला और अश्विनी चौबे को भी राज्यमंत्री बनाया गया है.