मुंबई : महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई की रफ्तार बीते दो दिनों से हो रही बारिश की वजह से थम गई है. भारी बारिश की वजह से मुंबईवासियों की परेशानी भी काफी बढ़ गई है. ऐसे में मुंबई की महानगरपालिका पर राज कर रही शिवसेना और उसके प्रमुख उद्धव ठाकरे की ओर से कोई बयान ना आने पर कुछ राजनीतिक पार्टियों ने सवाल खड़े करने शुरू कर दिए थे.
कई राजनीतिक पार्टियों की आलोचनाएं सुनने के बाद अब शिवसेना की ओर से बयान आया है. शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में संपादकीय के जरिए सभी राजनीतिक पार्टियों पर जोरदार हमला बोलते हुए सियासी सपोलो की संज्ञा दे दी है.
पार्टी प्रमुख उद्दव ठाकरे ने संपादकीय के जरिए कहा है कि मुंबई की बारिश ने सियासी सपोलों को बिलों से बाहर निकलने के लिए मजबूर कर दिया है. शिवसेना ने कहा, ‘सियासी सपोलों ने बिलों से निकलते ही शिवसेना के खिलाफ जहर उगलना शुरू कर दिया है. सबसे ज्यादा तकलीफ इन्हीं सियासी संपोलों को हुई है, जिन्हें आसमानी आफत दिखाई तो दे रही है पर वे उसमें भी अपनी सियासी नाव रखना चाहते हैं.’
शिवसेना ने कहा कि सियासी सपोलों को नजर तो आ रहा है कि अविरल आसमानी धारा जलनिकासी में सबसे बड़ी बाधक है फिर भी वे सियासत का चप्पू छोड़ना नहीं चाहते, ऐसे सियासी ‘पप्पुओं’ से मुंबईकर भ्रमित नहीं होते. यह मुंबई पहले भी दिखा चुकी है और आगे भी दिखाती रहेगी, इसलिए उनकी चिंता करने की जरूरत नहीं है.
बता दें कि भारी बारिश के कारण मुंबई के ज्यादातर इलाकों में पानी भर गया है और लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में पानी की निकासी की लचर व्यवस्था के लिए एनसीपी ने शिवसेना को कोसा है. एनसीपी मुंबई ने कहा, ‘मुंबई में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं, शिवसेना कहा हैं, बीएमसी कहां है.’