लखनऊ. उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और उनके दोनों डिप्टी सीएम केशव मौर्य और दिनेश शर्मा में से कोई भी दिल्ली नहीं जाएगा. तीनों राज्य में बने रहेंगे और 15 सितंबर तक विधान परिषद के सदस्य भी बन जाएंगे.
चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश विधान परिषद की 4 सीटों के लिए चुनाव कार्यक्रम का ऐलान कर दिया है. ये 4 सीटें भुक्कल नवाब, यशवंत सिंह, सरोजनी अग्रवाल और अशोक वाजपेयी के इस्तीफे से खाली हुई हैं. माना जाता है कि ये इस्तीफे बीजेपी नेताओं की राह आसान बनाने के लिए हुए.
योगी, मौर्या और शर्मा ने 26 मार्च को शपथ ली थी. तीनों चूंकि राज्य विधानमंडल के किसी सदन के सदस्य नहीं हैं इसलिए इन्हें 6 महीने यानी 19 सितंबर से पहले विधानसभा या विधान परिषद का सदस्य बनना है. योगी सरकार में शामिल मोहसिन रज़ा और स्वतंत्रदेव सिंह भी किसी सदन के सदस्य नहीं हैं.
विधानसभा में बीजेपी के पास इतने विधायक हैं कि इन 4 में 3 सीटें तो वो पक्के तौर पर निकाल लेगी. ऐसे में योगी, मौर्या और शर्मा का विधान परिषद में पहुंचना तय है. मोहसिन रज़ा भी चौथे कैंडिडेट हो सकते हैं.
चुनाव कार्यक्रम के मुताबिक 29 अगस्त को चुनाव की अधिसूचना जारी होगी और उसके साथ ही नामांकन का काम शुरू हो जाएगा जो 5 सितंबर तक चलेगा. 8 सितंबर को नाम वापसी का आखिरी दिन है. अगर 4 से ज्यादा कैंडिडेट हुए तो 15 सितंबर को वोटिंग होगी और उसी दिन शाम में नतीजे आ जाएंगे.