लखनऊ : अयोध्या में राम मंदिर और बाबरी मस्जिद विवाद के बीच शिया वक्फ बोर्ड ने स्वीकार किया है कि वहां पहले राम मंदिर ही था. बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने कहा कि वह यह बात मानते हैं कि अयोध्या में पहले राम मंदिर था बाद में उसे तोड़कर मस्जिद बनाई गई थी.
वसीम रिजवी ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि अयोध्या में बाबर की सेना के कमांडर ने अयोध्या में मस्जिद बनाई थी. उन्होंने कहा, ‘मीर बकी बाबर की सेना का कमांडर था. वह शिया था और उसने हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने का काम किया था. उसने 16वीं शताब्दी में अयोध्या में राम मंदिर की जगह मस्जिद बनाकर हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम किया था.’
इससे पहले भी शिया वक्फ बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि अयोध्या की विवादित जमीन पर राम मंदिर ही बनेगा और मस्जिद किसी और जगह पर बना ली जाएगी. बोर्ड ने कहा था कि अगर उन्हें थोड़ी दूर पर मस्जिद बनाने के लिए सरकार जमीन दे तो वो जन्मभूमि पर दावा छोड़ने को तैयार हैं.
सोमवार को शिया वक्फ बोर्ड ने यह भी कहा कि अगर सुप्रीम कोर्ट मस्जिद के लिए अलग जमीन देने की मांग को मान लेता है तो वहां बनी नई मस्जिद को मस्जिद-ए-अमन का नाम दिया जाएगा.