अगरतला: त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने मंगलवार को ये आरोप लगाया था कि स्वतंत्रता दिवस पर दूरदर्शन और आकाशवाणी ने उनके भाषण को प्रसारित करने से मना कर दिया और कहा कि जब तक वह अपने भाषण में बदलाव नहीं करेंगे तब तक इसे प्रसारित नहीं किया जाएगा. मगर बुधवार को दूरदर्शन ने उनके आरोप का खंडन कर दिया है.
बुधवार को दूरदर्शन ने एक विज्ञप्ति जारी कर सिसिलेबार तरीके से मुख्यमंत्री माणिक सरकार के आरोपों का खंडन किया है. दूरदर्शन के अगरतला केंद्र ने आरोपों पर सफाई देते हुए कहा है कि हमने त्रिपुरा के मुख्यमंत्री का जनता के नाम संबोधन कार्यक्रम और राज्य सरकार के विकास गतिविधियों से जुड़े कार्यक्रम का विस्तृत कवरेज किया है.
दूरदर्शन केंद्र का कहना है कि 15 अगस्त 2017 को मुख्यमंत्री माणिक सरकार के स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम का बड़ा कवरेज किया गया और 29 मिनट 12 सकेंड का रिपोर्ट टेलिकास्ट किया गया. इतना ही नहीं, पूरे कार्यक्रम में से मुख्यमंत्री के 12 मिनट के भाषण को कवर भी किया गया और इसका प्रसारण 7 बजे किया गया.
दूरदर्शन का कहना है कि मुख्यमंत्री के भाषण और स्वतंत्रता दिवस समारोह कार्यक्रम के अलावा त्रिपुरा के विभिन्न जिलों को रीजनल न्यूड बुलेटिन में विस्तृत जगह दी गई. साथ ही दूरदर्शन का कहना है कि पिछले 25 सालों से यह दूरदर्शन केंद्र त्रिपुरा के मुख्यमंत्रियों के भाषण का संपूर्ण कवरेज करती आ रही है. साथ ही अधिकारियों की गतिविधि और पब्लिक प्रोग्राम्स को भी कवर करती आ रही है. इन सालों में अगरतला केंद्र मुख्यमंत्री के जनता के नाम संदेश को प्रसारित करती आई है.
बता दें कि मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने कहा था कि दूरदर्शन उनके भाषण में बदलाव चाहता था. उनसे कहा गया था कि जब तक वह भाषण में बदलाव नहीं करते हैं तब तक उसे प्रसारित नहीं किया जाएगा. इसके बाद सीपीआई(एम) ने दूरदर्शन और आकाशवाणी की आलोचना की थी और इसे मोदी सरकार से जोड़ कर देख रही थी.
इसके अलावा, त्रिपुरा सरकार की ओर से एक बयान जारी कर कहा गया था कि दूरदर्शन और आकाशवाणी ने 12 अगस्त को ही सीएम का भाषण रिकॉर्ड कर लिया था और बाद में एक पत्र के माध्यम से यह सूचित किया था कि जब तक उनके भाषण को बदला नहीं जाएगा उसे प्रसारित नहीं किया जाएगा.