अगरतला : त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने दूरदर्शन और आकाशवाणी पर गंभीर आरोप लगाते हुए नए विवाद को हवा दे दी है. माणिक सरकार का कहना है कि स्वतंत्रता दिवस पर दूरदर्शन और आकाशवाणी ने उनके भाषण को प्रसारित करने से मना कर दिया और कहा कि जब तक वह अपने भाषण में बदलाव नहीं करेंगे तब तक इसे प्रसारित नहीं किया जाएगा.
इसके साथ ही माणिक सरकार ने कहा कि दूरदर्शन उनके भाषण में बदलाव चाहता था. उन्होंने कहा कि उनसे कहा गया था कि जब तक वह भाषण में बदलाव नहीं करते हैं तब तक उसे प्रसारित नहीं किया जाएगा.
CPI(M) बोली- ये सेंशरशिप जैसा है
सीपीआई(एम) ने दूरदर्शन के इस फैसले पर कड़ा ऐतराज जताते हुए कहा कि उनकी पार्टी डीडी और आकाशवाणी के इस कदम की कड़ी आलोचना करती है. इसके अलावा पार्टी ने ट्वीट कर दूरदर्शन के इस फैसले के लिए मोदी सरकार पर हमला बोला है.
पार्टी ने कहा है कि बीजेपी दिल्ली से त्रिपुरा को कंट्रोल करना चाहती है. सीपीआई(एम) त्रिपुरा और उसकी जनता के अधिकार के लिए लड़ेगी. इसके अलावा पार्टी ने बीजेपी को तानाशाह भी बताया. इसके साथ ही पार्टी ने सीएम की स्पीच में बदलाव करने से साफ मना कर दिया.
पार्टी ने ट्वीट कर कहा, ‘दिल्ली कलेक्टिव कौन है जो सीएम के भाषण को सेंसर करने की हिम्मत कर रहा है.’
वहीं त्रिपुरा सरकार की ओर से एक बयान जारी कर कहा गया था कि दूरदर्शन और आकाशवाणी ने 12 अगस्त को ही सीएम का भाषण रिकॉर्ड कर लिया था और बाद में एक पत्र के माध्यम से यह सूचित किया था कि जब तक उनके भाषण को बदला नहीं जाएगा उसे प्रसारित नहीं किया जाएगा.
सीपीआई महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी और आरएसएस विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश कर रहे हैं, वह यह बता रहे हैं कि स्वतंत्रता दिवस पर एक मुख्यमंत्री को क्या बोलना चाहिए.
उन्होंने कहा कि माणिक सरकार पिछले 19 सालों से त्रिपुरा के सीएम हैं और उन्होंने कई पीएम का कार्यकाल देखा है और आगे भी वह त्रिपुरा के लिए लड़ते रहेंगे.