नई दिल्ली : लोकसभा और विधानसभा चुनावों को एक साथ करवाने की खबरें एक बार फिर तेज़ हो गयी हैं. दोनों प्रकार के चुनाव एक साथ करवाने के वकालत पीएम नरेन्द्र मोदी खुद कई दफा कर चुके हैं. हो सकता है कि 2018 में दोनों चुनावों को एक साथ करवाने की मुराद पूरी हो जाएं.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार संविधान विशेषज्ञ सुभाष कश्यप और अन्य सचिवों के समूहों की गठित बैठक में ऐसी चर्चा चल रही हैं. इन विशेषज्ञों का कहना है कि हम समय से 6 महीने पूर्व चुनाव करवा सकते हैं. इस तरह के चुनाव करवाने से सविंधान में संशोधन की जरूरत नहीं है.
बता दें कि अगले लोकसभा चुनाव अप्रैल 2019 में होने हैं. इन्हें मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मिजोरम के साथ करवाया जा सकता है. सुभाष कश्यप का कहना है कि इसके लिए चुनाव आयोग पहल कर सकता है.
गौरतलब है कि लोकसभा और राज्यसभा चुनावों को साथ में करवाने के लिए मोदी सरकार कई बार कह चुकी है कि अलग-अलग चुनाव करवाने से समय और धन दोनों की हानि होती है. साथ ही कार्यप्रणाली भी प्रभावित होती है.