पटना : बिहार में महागठबंधन टूटने और जेडीयू-बीजेपी के एक होने से आरजेडी के समर्थकों में जबरदस्त रोष है. महागठबंधन टूटने का आरजेडी समर्थक लगातार विरोध कर रहे हैं. महात्मा गांधी सेतु को जाम करके समर्थक अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
नॉर्थ बिहार को पटना से जोड़ने वाले महात्मा गांधी सेतु को आरजेडी समर्थकों ने जाम कर दिया है. इतना ही नहीं पटना के कई इलाकों में आरजेडी समर्थकों के विरोध की वजह से सड़क पर जाम लग गया है.
बता दें कि नीतीश कुमार ने बुधवार की शाम को महागठबंधन तो़ड़ते हुए सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था और बीजेपी के साथ सरकार बनाने का फैसला किया था. नीतीश के इस्तीफा देने के बाद ही बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने ऐलान किया था कि बीजेपी नीतीश कुमार को बिना शर्त के समर्थन देने को तैयार है. एनडीए बिहार में नीतीश कुमार को अपना नेता मानने को तैयार है.
जिसके बाद बीजेपी-जेडीयू के विधायक राज्यपाल से मिलने गए थे और राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया था. नीतीश को सरकार बनाने का न्योता मिलने के बाद से ही आरजेडी नेता तेजस्वी यादव भड़क गए थे और आधी रात को राजभवन पहुंचे थे लेकिन राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी ने उन्हें दो टूक कह दिया कि आप लेट हैं और अब शपथ ग्रहण का न्योता दिया जा चुका है.
फिलहाल बिहार में जेडीयू-बीजेपी की सरकार बन गई है और नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है. वहीं सुशील कुमार मोदी ने भी डिप्टी सीएम पद की शपथ ले ली है.
हालांकि बीजेपी के समर्थन से नई सरकार बनाने का फैसला लेने के बाद से ही नीतीश कुमार को आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ रहा है. आरजेडी के नेता तो उनके फैसले से दंग हैं ही, लेकिन उनकी खुद की पार्टी जेडीयू के नेता भी नीतीश के इस फैसले से खुश नजर नहीं आ रहे हैं.
जेडीयू सांसद अली अनवर ने नीतीश कुमार के बीजेपी से हाथ मिलाने के कदम की कड़ी आलोचना की है. उन्होंने कहा है कि उनका जमीर नीतीश कुमार का साथ देने की इजाजत नहीं देता है. अली अनवर ने कहा, ‘नीतीश कुमार ने बिहार में महागठबंधन तोड़कर बीजेपी के साथ जाने का फैसला किया है, लेकिन मेरा जमीर इसकी इजाजत नहीं देता कि मैं उनके इस फैसला का समर्थन करूं.’