नई दिल्ली. बिहार में बीजेपी के समर्थन से नई सरकार बनाने जा रहे सीएम नीतीश कुमार के नए कैबिनेट का शपथ ग्रहण अब गुरुवार की शाम 5 बजे के बदले सुबह 10 बजे होगा. पहले ये खबर आई थी कि शपथ ग्रहण शाम 5 बजे होगा.
राज्यपाल से मुलाकात के बाद देर रात डेढ़ बजे राजभवन से बाहर निकलने पर बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार और उन्होंने राज्यपाल को 132 विधायकों के समर्थन की चिट्ठी सौंप दी है.
सुशील मोदी ने बताया कि नई सरकार सुबह 10 बजे शपथ लेगी. इससे पहले नीतीश सरकार का शपथ ग्रहण 5 बजे शाम में होने की खबर आई थी. सरकारी समाचार एजेंसी डीडी न्यूज ने भी ट्वीट करके बताया था कि शपथ 5 बजे शाम में होगा.
दूसरी तरफ आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने भी सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए राज्यपाल से मिलने का समय मांगा है. तेजस्वी ने शपथ ग्रहण का समय शाम से सुबह करने पर भी सवाल उठाया है और कहा है कि वो आधी रात राजभवन जा रहे हैं.
तेजस्वी ने कहा है कि विधानसभा में सबसे बड़ी उनकी पार्टी है और उनको सरकार बनाने का मौका पहले नहीं दिया गया तो वो राजभवन पर ही धरना देंगे.
ये बात जगजाहिर है कि नीतीश कुमार चाहते थे कि डिप्टी सीएम पद से तेजस्वी इस्तीफा दें तभी महागठबंधन सरकार चलेगी नहीं तो वो कड़ा और बड़ा फैसला करने वाले हैं.
बुधवार को आरजेडी विधायक दल की बैठक के बाद जब लालू ने तेजस्वी के इस्तीफे से इनकार कर दिया तो जेडीयू विधायक दल की बैठक के बाद नीतीश सीधे राज्यपाल के पास गए और अपना इस्तीफा सौंप दिया.
नीतीश के इस्तीफे के बाद बीजेपी विधायक दल और दिल्ली में बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक हुई जिसमें राज्य के तीन नेताओं की एक कमिटी की रिपोर्ट के आधार पर आगे का कदम उठाने का फैसला हुआ.
देर शाम बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने नीतीश सरकार को समर्थन का ऐलान कर दिया जिसके बाद ये बात सामने आ रही थी कि गुरुवार शाम 5 बजे नीतीश कुमार के नेतृत्व में नई सरकार का शपथ ग्रहण होगा जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे.
सूत्रों के मुताबिक नीतीश कुमार की नई सरकार में बीजेपी और जेडीयू दोनों के 13-13 मंत्री शपथ लेंगे. नीतीश कुमार महागठबंधन में आने से पहले बीजेपी के साथ लंबे समय तक सरकार चला चुके हैं जिसमें बीजेपी नेता सुशील मोदी डिप्टी सीएम हुआ करते थे.
नीतीश कुमार 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले उस समय गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री प्रोजेक्ट करने की बीजेपी की तैयारी के खिलाफ बीजेपी से रिश्ता तोड़कर आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की तरफ शिफ्ट हो गए थे.