पटना: बिहार में महागठबंधन की तनातनी और बढ़ गई है. आरजेडी विधायक दल की बैठक के बाद पार्टी सुप्रीमो लालू यादव ने साफ कर दिया कि डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव इस्तीफा नहीं देंगे. लालू ने दावा किया कि सीएम नीतीश कुमार ने तेजस्वी का इस्तीफा नहीं मांगा है. टेंडर घोटाले में तेजस्वी पर CBI की FIR दर्ज के बाद से ही महागठबंधन में तनातनी चल रही है.
तेजस्वी यादव ने भी कहा कि उन्हें कभी इस्तीफा देने को नहीं कहा गया. तेजस्वी ने कहा कि RSS-BJP बिहार की महागठबंधन सरकार को तोड़ना चाहती है. महागठबंधन को कोई नुकसान नहीं है. अभी दिक्कत ये है जहां बीजेपी की सरकार है, वहां राजनीतिक करण किया जा रहा है, वहां की सरकारों को साजिशों में फंसाया जा रहा है.
तेजस्वी ने कहा है कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का सपना है कि भारत के हर राज्य में बीजेपी का सीएम हो. बीजेपी के लोगों को महागबंधन बनने से पहले समस्या थी, उसके बाद भी है और रहेगी भी. हमारे गठबंधन को बिहार की जनता ने पांच साल के चुना है पर इन लोगों को ये बात हजम नहीं हो पा रही है. इन लोगों की आदत है नकारात्मक राजनीति करने का, इन लोगों का इतिहास ही यही रहा है.
आगे क्या होगा ?
पहली संभावना-
तेजस्वी को नीतीश मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर सकते हैं
जेडीयू से आरजेडी समर्थन वापस ले सकती है
दूसरी संभावना-
नीतीश-लालू का गठबंधन टूट सकता है
बीजेपी के समर्थन से नीतीश सरकार बना सकते हैं
अभी विधानसभा की क्या स्थिति है और अगर महागठबंधन टूटता है तो क्या समीकरण और संभावना बन सकती है….
बिहार विधानसभा (कुल 243 सीटें)
किसके पास कितनी सीटें ?
आरजेडी- 80
जेडीयू- 71
कांग्रेस- 27
बीजेपी- 58
बिहार विधानसभा (कुल 243 सीटें)
महागठबंधन के पास कितनी सीटें ?
आरजेडी-80
जेडीयू- 71 कुल = 178
कांग्रेस- 27 बहुमत के लिए चाहिए- 122
बिहार विधानसभा (कुल 243 सीटें)
महागठबंधन टूटने पर ?
जेडीयू- 71 कुल = 129
बीजेपी- 58 बहुमत के लिए चाहिए- 122