नई दिल्ली : मंगलवार को शपथ लेने के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की ओर से दिए गए पहले ही भाषण पर कांग्रेस ने सवाल खड़े कर दिए हैं. भाषण में देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी का नाम ना लेने पर कांग्रेस ने कड़ा ऐतराज जताया है.
आज राज्यसभा में कांग्रेस ने इस मामले को लेकर जबरदस्त हंगामा भी किया है. राष्ट्रपति भाषण में पंडित दीनदयाल की तुलना महात्मा गांधी से करने पर भी कांग्रेस ने कड़ा विरोध किया है.
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने दोनों ही मामलों में सवाल खड़े किए. जिसके जवाब में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि कोई राष्ट्रपति के भाषण पर सवाल कैसे खड़ा कर सकता है. इसके साथ ही जेटली ने आनंद शर्मा के बयान को सदन की कार्यवाही से हटाने की मांग की.
सदन में जेटली और आनंद शर्मा के बीच राष्ट्रपति भाषण को लेकर काफी बहस हुई. आनंद शर्मा ने आरोप लगाया कि राष्ट्रपति भाषण में बीजेपी ने महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरू का अपमान किया है. कांग्रेस ने कहा, ‘दीनदयाल उपाध्याय की तुलना महात्मा गांधी से करना गांधी जी का अपमान है और जवाहरलाल नेहरू का जिक्र नहीं करना उनका अपमान है. ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश के पहले प्रधानमंत्री का जिक्र भी नहीं किया गया. राष्ट्रपति के भाषण में ना तो मोतीलाल नेहरू का, ना जवाहरलाल नेहरू का, ना इंदिरा गांधी का और ना ही राजीव गांधी का जिक्र था. यह जानबूझकर किया गया.’
बता दें कि कल रामनाथ कोविंद ने अपने भाषण में कहा था, ‘एक मजबूत अर्थव्यवस्था, नैतिक और साझा समुदाय, एक शिक्षित, समान मूल्यों वाले समाज का निर्माण करना है. ऐसे समाज का निर्माण करना है जिसकी कल्पना महात्मा गांधी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी ने की थी…’