मुंबई: शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है. पार्टी के मुखपत्र सामना को दिए इंटरव्यू में उद्धव ने कहा कि अच्छे दिन सिर्फ विज्ञापनों में नजर आ रहे हैं. नोटबंदी पर हमला बोलते हुए उद्धव ने कहा कि 4 महीने में 15 लाख लोग बेरोजगार हो गए. नौकरियां छूट गईं. जिन्होंने नौकरी गंवाई, उनकी दाल-रोटी की व्यवस्था है क्या ?
उद्धव ठाकरे ने कहा कि जब भी शिवसेना कुछ बोलती है तो उस समय हमें सरकार विरोधी समझा जाता है लेकिन हम सरकार विरोधी नहीं हैं. हम जनता के साथ हैं. ठाकरे ने जीएसटी पर भी निशाना साधा. ठाकरे ने कहा कि जीएसटी पूरी तरह गड़बड़झाला है. हम चुप नहीं रहने वाले. सबसे पहले शिवसेना ने ही यह मुद्दा उठाया था कि जीएसटी से आम जनता कैसे प्रभावित होंगे.
ठाकरे ने कहा कि हमने शुरू से ही जीएसटी का विरोध किया है. गुजरात में छोटे व्यापारी जीएसटी के विरोध में सड़क पर उतर आए तो उन्हें बेरहमी से पीटा गया. उन्होंने कहा कि जिस तरह से चीजें हो रही हैं वो सब गड़बड़ है. यह दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी द्वारा जमीनी स्तर पर लागू किए गए पंचायती राज के बिल्कुल विपरीत है. ठाकरे ने जीएसटी के बहाने ही मोदी सरकार पर सत्ता के केंद्रीयकरण का आरोप लगाया.
जीएसटी के साथ-साथ नोटबंदी पर भी ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि मैंने आज ही पढ़ा है चार महीने में 15 लाख लोग बेरोजगार हो गए. नौकरियां छूट गईं, जिन 15 लाख लोगों ने नौकरी गंवाई उनकी दाल-रोटी की व्यवस्था क्या है? उन्होंने ही सबसे पहले नोटबंदी का विरोध किया था. उद्धव ने सिक्किम बॉर्डर पर चीन के साथ चल रहे तनावों पर भी चिंता जाहिर की. उन्होंने साफ कहा कि शिवसेना भले ही बीजेपी के साथ है लेकिन वो वॉचमैन की भूमिका निभाती रहेगी.