नई दिल्ली: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और जनता दल यूनाइटेड (JDU) में तनातनी के कारण महागठबंधन पर संकट के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से दिल्ली में मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच ये मुलाकात करीब 40 मिनट तक चली. इस दौरान कांग्रेस नेता सीपी जोशी भी मौजूद थे.
दोनों नेताओं के बीच हुई ये मुलाकात महागठबंधन के लिए बेहद अहम माना जा रहा है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबित बैठक में तीनों नेताओं के बीच मौजूदा बिहार में चल रही राजनीतिक हालात पर चर्चा की. उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के मुद्द पर राहुल गांधी का स्टैंड व फैसला काफी अहम होगा.
सूत्रों के मुताबित नीतीश कुमार तेजस्वी से इस्तीफा चाहते हैं लेकिन आरजेडी ने पहले ही साफ कर दिया है कि तेजस्वी इस्तीफा नहीं देंगे. कांग्रेस इस मामले में तनाव खत्म करने के लिए मध्यस्थता करना चाहती है, लेकिन हवा का रुख ऐसा नहीं है. वहीं बेनामी संपत्ति मामले में फंसे तेजस्वी भी इन दिनों दिल्ली में हैं. वे कानूनी सलाह ले रहे हैं. उनकी कोशिश इस मामले में अग्रिम जमानत हासिल करना है.
बता दें कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की विदाई के मौके पर शनिवार को दिल्ली के हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा डिनर आयोजित किया गया है. इस भोज में नवनिर्वाचित राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम मोदी के मंत्री और एनडीए के नेता शामिल होंगे. साथ ही नीतीश कुमार भी इसमें शामिल होंगे. पीएम मोदी ने खासतौर पर नीतीश कुमार को बुलावा भेजा है.
नीतीश कुमार बिहार सरकार में सहयोगी लालू यादव के परिवार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच को लेकर असहज महसूस कर रहे हैं. तनाव महागठबंधन को लेकर है. बता दें कि नीतीश कुमार ने महागठबंधन एकता को दरकिनार कर रामनाथ कोविंद का समर्थन दिया था. गुरुवार को नतीजे आने के बाद नीतीश ने फोन कर कोविंद को बधाई भी दी थी. रामनाथ कोविंद बिहार के राज्यपाल भी थे.