पटना: लालू और नीतीश की लड़ाई में कांग्रेस की नींद हराम हो गई है और उसे लगता है कि तेजस्वी के चलते वो बेवजह बिहार की सत्ता से बाहर हो जाएगी. रेलवे होटल टेंडर घोटाले में घिरे बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के इस्तीफे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अल्टीमेटम की मियाद शुक्रवार को खत्म हो गई. लेकिन न तो तेजस्वी यादव ने इस्तीफा दिया और ना ही नीतीश कुमार ने उन्हें कैबिनेट से बर्खास्त किया.
इस बीच शुक्रवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष सोनिया गांधी ने महागठबंधन के झगड़े को सुलझाने की पहल की है. सोनिया गांधी ने दो दिन पहले नीतीश कुमार से बात की थी लेकिन नीतीश कुमार भ्रष्टाचार के मामले पर कोई समझौता न करने पर अड़े रहे. इसलिए सोनिया गांधी ने आज लालू प्रसाद यादव को फोन किया.
खबर है कि सोनिया ने पांच मिनट तक लालू यादव से फोन पर बात की. कहा ये जा रहा है कि सोनिया ने लालू यादव को ये समझाया कि गठबंधन की सरकार में बहुत कुछ देखना पड़ता है और अभी तेजस्वी पर संगीन आरोप हैं, नीतीश कुमार अड़े हुए हैं, इसलिए आप ही थोड़ा बर्दाश्त कर लीजिए. कहा जा रहा है कि इसके बाद लालू के तेवर नरम पड़े.
सूत्रों से खबर ये भी है कि राष्ट्रपति चुनाव के बाद तेजस्वी यादव इस्तीफा दे सकते हैं. हालांकि इसकी सिर्फ अटकलें लगाई जा रही हैं. ऐसा नहीं है कि नीतीश कुमार को सत्ता का मोह नहीं है लेकिन आज वो उस मोड़ पर खड़े हैं जहां लालू यादव को दबा सकते हैं. भ्रष्टाचार के खिलाफ कुछ नहीं सुनते हैं, इसको साबित कर सकते हैं और अपनी क्लीन इमेज को चमका सकते हैं.
सूत्रों से खबर है कि लालू अगर रेलवे होटल टेंडर घोटाले में घिरे तेजस्वी यादव को लेकर फैसला नहीं देते तो सीएम नीतीश मंत्रिमंडल से बाहर कर सकते हैं. जेडीयू ने तेजस्वी पर फैसले के लिए आरजेडी को 4 दिनों का अल्टीमेटम दिया था, वो आज खत्म हो रहा है. तेजस्वी इस्तीफे को तैयार नहीं हैं, जिसके बाद नीतीश फैसले की तैयारी में हैं.