Advertisement
  • होम
  • राजनीति
  • …जब नाले के पानी से बचने के लिए समर्थकों के कंधे पर चढ़े विधायक

…जब नाले के पानी से बचने के लिए समर्थकों के कंधे पर चढ़े विधायक

सरकार ने वीआईपी कल्चर खत्म करने के लिए गाड़ियों से लाल और नीली बत्ती तो हटा दी है, लेकिन शायद कुछ नेताओं के लिए आज भी ये खास कल्चर मायने रखता है. ऐसा ही कुछ देखने को मिला उड़ीसा में.

Advertisement
  • July 13, 2017 4:24 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
भुवनेश्वर : सरकार ने वीआईपी कल्चर खत्म करने के लिए गाड़ियों से लाल और नीली बत्ती तो हटा दी है, लेकिन शायद कुछ नेताओं के लिए आज भी ये खास कल्चर मायने रखता है. ऐसा ही कुछ देखने को मिला उड़ीसा में.
 
मानसून में हो रही तेज बारिश की वजह से देश के कई इलाकों में नदी-नालों का पानी उफान पर आ गया है. कई जगहों पर नाले का पानी रोड में बहने लगा है. ऐसे में लोगों को उस गंदे पानी को पार करके ही काम चलाना पड़ता है, लेकिन ऐसा सिर्फ आम जनता ही कर रही है, कोई बड़ा नेता नहीं.
 
दरअसल उड़ीसा के मलकानगिरी इलाके में नाली के गंदे पानी से बचने के लिए बीजू जनता दल (बीजद) विधायक मानस मडकामी समर्थकों के कंधे पर बैठ गए. विधायक जी ने अपने महंगे जूते बचाने के लिए ऐसा किया. 
 
मानस मडकामी मलकानगिरी जिले में एक फेरी सर्विस के उद्घाटन के लिए गए थे. जहां नाली का पानी सड़क पर बह रहा था. ऐसे में विधायक जी के कपड़े और जूते गंदे ना हो करके समर्थकों ने उन्हें गोद में उठा लिया.
 
इस मामले में मानस मडकामी का कहना है कि समर्थक उनसे प्यार और स्नेह करते हैं इसलिए ऐसा किया. उन्होंने कहा कि किसी भी समर्थक को ऐसा करने पर मजबूर नहीं किया गया था.

Tags

Advertisement