नई दिल्ली: सोनिया गांधी की अध्यक्षता में उप-राष्ट्रपति चुनाव को लेकर मंगलवार को विपक्ष की बैठक हो रही है. बैठक में विपक्ष अपने उम्मीदवार का नाम तय करेगी लेकिन राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की एकता को झटका दे चुके नीतीश कुमार एक बार फिर अपनी राह अलग कर सकते हैं.
नीतीश कुमार मंगलवार की बैठक में शामिल नहीं होंगे क्योंकि पटना में उन्होंने अपने विधायकों की बैठक बुला ली है. हालांकि, शरद यादव ने इंडिया न्यूज़ से बातचीत में कहा कि वो विपक्ष की बैठक में हिस्सा ले सकते हैं. उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर दिल्ली में होने वाली विपक्ष की बैठक में लालू प्रसाद यादव भी मौजूद नहीं रहेंगे. उन्हें चारा घोटाला मामले में पेशी के लिए रांची जाना है लेकिन विपक्ष की बैठकों से नीतीश की लगातार गैरहाजिरी पर कई सवाल उठ रहे हैं.
पिछले महीने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को लेकर 17 विपक्षी दलों की बैठक में भी नीतीश नहीं गए थे. जबकि उस दिन वो दिल्ली में ही थे और पीएम मोदी से मुलाकात की थी. यही नहीं जब राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार मीरा कुमार पटना पहुंचीं थीं, तब नीतीश कुमार राजगीर चले गए.
आपको याद ही होगा कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए सोनिया गांधी की रणनीतिक बैठक में नीतीश नहीं आए थे और शरद यादव की सोनिया से मुलाकात बेमानी रही. अब उप राष्ट्रपति चुनाव में भी नीतीश नहीं आ रहे हैं. जेडीयू में नीतीश के अलावा कोई नेता निर्णायक फैसला करने की स्थिति में नहीं है.
इस बार तो लालू यादव भी खुद आने की बजाय कांग्रेस के साथ मंथन करने के लिए अपना दूत भेज रहे हैं. उप राष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य वोट देते हैं और दोनों सदनों को मिला दें तो एनडीए का पलड़ा भारी है. ये भी एक वजह है कि विपक्षी दलों की उप राष्ट्रपति चुनाव में बहुत ज्यादा दिलचस्पी नहीं है.