पटना: रेलवे होटल टेंडर घोटाले में हुए सीबीआई छापे के बाद आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव से सीएम नीतीश कुमार ने बात की है. इस बात का खुलासा आरजेडी नेता जगदानंद सिंह ने किया है. जगदानंद के मुताबिक, रविवार को नीतीश ने लालू को फोन पर बात की.
बता दें कि शुक्रवार को लालू के ठिकानों पर सीबीआई ने छापेमारी की थी. जिसके तीन दिनों बाद नीतीश ने लालू से बात की. उधर, आरजेडी ने साफ कर दिया है कि डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव इस्तीफा नहीं देंगे. टेंडर घोटाले में सीबीआई ने लालू के छोटे बेटे तेजस्वी पर भी FIR दर्ज की है.
पटना में सोमवार को लालू के आवास पर आरजेडी विधायक दल की अहम बैठक बुलाई गई थी. जिसमें फैसला हुआ कि तेजस्वी किसी भी सूरत में इस्तीफा नहीं देंगे. आरजेडी नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि लालू परिवार को बदमाम करने की साजिश रची गई है. तेजस्वी यादव विधानमंडल दल के नेता हैं और बने रहेंगे.
सिद्दीकी ने कहा कि बैठक में सीबीआई छापे पर नहीं बल्कि 27 अगस्त को होने वाली रैली पर चर्चा हुई. जिसके लिए आरजेडी को पूरी ताकत झोंकनी है. आज RJD की बैठक हुई तो मंगलवार को नीतीश कुमार ने जेडीयू की अहम बैठक बुलाई है. जिस तरह से तेजस्वी के इस्तीफे से RJD ने इनकार किया, उसके बाद अब नीतीश को आगे का फैसला लेना है.
तेजस्वी की बर्खास्तगी की मांग कर रही है BJP
बता दें कि डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर सीबीआई की एफआईआर के बाद से बीजेपी उनपर हमलावर है. बीजेपी नेताओं की तरफ से लगातार तेजस्वी की बर्खास्तगी की मांग हो रही है. नीतीश ने अभी तक इस विषय पर कोई बयान नहीं दिया है. हालांकि कयास लगाए जा रहे हैं कि नीतीश कुमार जल्द ही कोई बड़ा फैसला कर सकते हैं.
क्या है मामला ?
लालू प्रसाद यादव पर रेल मंत्री रहते हुए निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाने का आरोप लगा है. सीबीआई को लगता है कि 2006 में लालू ने रेलवे होटल की चेन बीएनआर होटल ग्रुप का टेंडर नियमों की अनदेखी कर निजी कंपनियों को दिए थे. इसके बदले में उन्हें जमीन दी गई थी और उसी जमीन पर पटना में लालू ने मॉल का निर्माण किया.
होटले ठेके में घोटाले के अलावा लालू और उनका परिवार बेनामी संपत्ति के मामले में भी घिरा हुआ है. बिहार बीजेपी के नेता सुशील कुमार मोदी ने आरोप लगाया था कि पटना के एक अपार्टमेंट में राबड़ी के 12 फ्लैट हैं.