नई दिल्ली: भीड़तंत्र पर प्रियंका गांधी ने खून खौलने की बात की तो आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास ने उन पर तंज कसा और 1984 के दंगों की याद दिलाई. कुमार विश्वास ने कहा कि मौसमी नेताओं का खून उनकी पार्टी के लिए हितकर मुद्दों पर ही खोलता है. उनका खून 1984 की घटनाओं पर क्यों नहीं खौला था ?
कुमार ने कहा कि भाई-बहन ने समय बांट रखा है कि कब किसका खून खौलेगा. राहुल गांधी नानी के घर से लौटेंगे तब उनका खून खौलेगा, फिलहाल प्रियंका का खौल रहा है. एक का जून में खौल रहा है, एक का जुलाई में खौलेगा. कुमार विश्वास ने कहा कि बीते दिनों लिंचिंग की बढ़ी घटनाओं से देश भर में आक्रोश है. मौसमी नेताओं का खून अपने लिए नफा-नुकसान का वक्त देखकर खौलता है.
आप नेता ने आगे कहा कि प्रियंका का खून 1984 में की घटनाओं से खोलना चाहिए था या फिर उनका परिवार का खून खोलना शुरू हो जाए, जिस तरह भीड़ सड़क पर लोगों को सजा दे रही है. विश्वास के मुताबिक यह जो मौसमी राजनीति कांग्रेस अपने युवराज और बहुत सौम्य सी महिला से करा रही हैं इससे स्थाई विपक्ष की भूमिका में आने की इनकी संभावना कम है.
वहीं विश्वास ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि देश की कानून व्यवस्था जैसी है वह बड़े-बड़े आधी रात के कार्यक्रमों से प्रधानमंत्री के भाषणों से पूरी न हो पाए. उन्होंने कहा कि यह बहुत ही शर्मनाक विषय है कि महात्मा गांधी पर हर जगह फूल चढ़ाने वाले प्रधानमंत्री लिंचिंग जैसी घटनाओं को नहीं रोक पाए तो यह इतने बड़े लोकतंत्र के लिए कष्टकारी है.
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि पीट-पीटकर हो रही हत्या की घटनाओं से बेहद गुस्सा आता है और खून खौलने लगता है. प्रियंका ने कहा कि जब मैं टीवी या इंटरनेट पर ऐसी हिंसा देखती हूं तो खून खौलने लगता है. मुझे लगता है कि सही सोच वाले हर एक व्यक्ति का खून खौलना चाहिए.