पटना: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू यादव के बेटे और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार को अवसरवादी और स्वार्थी बताया है. तेजस्वी यादव के इस बयान से बाद बिहार में महागठबंधन टूटने की सुगबुगाहट और तेज हो गई है. दरअसल राष्ट्रपति चुनाव में रामनाथ कोविंद को समर्थन देने के बाद आरजेडी लगातार जेडीयू और नीतीश कुमार पर हमला कर रही है.
खुद तेजस्वी यादव ने एक रेडियो कार्यक्रम ‘दिल की बात’ के दौरान नीतीश कुमार को अवसरवादी बताकर तीखा हमला किया है. तेजस्वी ने नीतीश के साथ-साथ कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर भी जमकर हमला किया. तेजस्वी ने कहा कि अवसरवादी रवैये और राजनीतिक दांवपेंच से छोटे मोटे लाभ हासिल कर सकते है.
तेजस्वी ने कहा कि इस दांवपेच से आप सरकार बना सकते हैं, सरकार गिरा भी सकते हैं लेकिन इतिहास हमेशा इस बात की गवाही देता रहा है जब भी प्रगतिशील राजनीति को मजबूत करने की जरूरत थी तो हमने दूसरा रास्ता चुना. पीएम मोदी के रेडियो संबोधन ‘मन की बात’ की तर्ज पर तेजस्वी ने ‘दिल की बात’ कार्यक्रम शुरू किया है.
तेजस्वी ने कहा कि सभी राजनितिक दलों को इस अवसरवादी राजनीति से उपर उठना होगा. तेजस्वी ने राहुल पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष भी समझे कि राजनिति करना कोई पार्ट टाईम जॉब नहीं है. मुझे इस बात की जानकारी है कि विपक्ष भी इस भ्रम में है और कुछ लोग गलत प्रायोरिटी से बहुत कुछ बिखर सा गया है.
तेजस्वी के इस बयान के बाद जेडीयू ने पलटवार करते हुए इस तरह के बयानों से गठबंधन ही कमजोर होगा. कांग्रेस ने भी तेजस्वी के बयान की आलोचना की. कांग्रेस नेताओं ने भी तेजस्वी के इस बयान की आलोचना की और बिहार में महागठबंधन के भविष्य पर सवाल खड़े किए हैं.
बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए के रामनाथ कोविंद के समर्थन देने की बात के बाद से ही आरजेडी और कांग्रेस के नेता नीतीश कुमार पर निशाना साध रहे हैं. जेडीयू और आरजेडी के विधायक एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं. लालू के मनेर से विधायक भाई वीरेन्द्र ने नीतीश कुमार को ठग करार दिया था. वहीं जेडीयू विधायक ने मर्यादा में रहने की हिदायत दी थी.