पटना : एनडीए की तरफ से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को जेडीयू ने भी समर्थन दे दिया है, लेकिन अभी भी आरजेडी का समर्थन एनडीए को नहीं मिला है. भले ही नीतिश कुमार ने कोविंद को समर्थन दे दिया हो लेकिन लालू इस मामले में अलग राह पकड़े हुए हैं.
इतना ही नहीं लालू को नीतीश का फैसला रास भी नहीं आ रहा है. आरजेडी प्रमुख ने इस मामले में नीतीश कुमार से अपील करते हुए कहा है कि कोविंद के मामले में एनडीए को समर्थन देकर जेडीयू को ऐतिहासिक भूल नहीं करनी चाहिए.
लालू ने नीतीश को अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की भी अपील की है. साथ ही यह भी कहा है कि इस मामले में वह नीतीश से फिर से बात करेंगे. वहीं बिहार में आरजेडी और जेडीयू के महागठबंधन पर लालू ने यह स्पष्ट कर दिया है कि नीतीश के इस फैसले से महागठबंधन की सरकार को कोई खतरा नहीं है.
बता दें कि कोविंद को जेडीयू ने तो समर्थन दे ही दिया है साथ ही शिवसेना ने भी इस मामले में एनडीए को समर्थन दे दिया था. पहले तो शिवसेना ने एनडीए के इस फैसले का विरोध किया था, लेकिन बाद में शिवसेना ने समर्थन दे दिया.
वहीं विपक्ष ने कोविंद से मुकाबले के लिए पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार को राष्ट्रपति चुनाव में अपना कैंडिडेट बनाया है. 17 दलों के साथ हुई विपक्ष की बैठक में सोनिया गांधी ने इसका एलान किया था.