लखनऊ: राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में दंगल दिख सकता है. बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद को NDA ने प्रत्याशी बनाया तो पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार विपक्ष की उम्मीदवार हो सकती हैं. बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि कोविंद दलित चेहरा हैं इसलिए उनके नाम से तब तक कोई दिक्कत नहीं है. जब तक कि विपक्ष कोई और लोकप्रिय दलित चेहरा घोषित नहीं करता.
मायावती ने कहा कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और वेंकैया नायडू ने कोविंद के विषय में फैसले की जानकारी देने के लिए मुझे फोन किया. मैं उनकी पसंद से पूरी तरह सहमत नहीं हूं. लेकिन मैं नकारात्मक भी नहीं हूं. इसलिए बीएसपी अब तक सकारात्मक है. लेकिन ये सब यूपीए के पसंद पर निर्भर करता है.
उन्होंने कहा कि कोविंद शुरू से ही भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रिय स्वयं सेवक संघ से जुड़े हुए हैं, इसलिए हमारी पार्टी राजनीति पृष्ठभूमि को लेकर समहत नहीं है. हालांकि मायावती ने कोविंद को समर्थन देने की बात पर कोई ठोस जवाब नहीं दिया है. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी अभी न तो एनडीए के उम्मीदवार का समर्थन करती है और न ही उनका अभी विरोध कर रही है.
बता दें कि रामनाथ कोविंद को एनडीए की तरफ से राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाए जाने के बाद कई दलों ने समर्थन का एलान किया है. अमित शाह ने आज संसदीय दल की बैठक के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए एलान किया कि एनडीए की तरफ से रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार होंगे. रामनाथ गोविंद कानपुर के रहने वाले हैं और फिलहाल वो बिहार के राज्यपाल हैं.