रायपुर: अमित शाह के महात्मा गांधी पर दिए ‘चतुर बनिया’ वाले बयान को लेकर कांग्रेस ने उन्हें माफी मांगने को कहा. बाद में शाह ने सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया. रायपुर में शाह ने कहा कि गांधी जी को दिए बयान किस संदर्भ में कहा गया कि हर वो शख्स जानता है, जो कार्यक्रम में मौजूद था और वह सुन रहा था.
बता दें कि कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि महात्मा गांधी की जाति बताना अमित शाह की मानसिकता जाहिर करता है. यह आजादी की लड़ाई और स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान है. सुरजेवाला ने शाह को सत्ता का व्यपारी बताया. उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि आजादी से पहले ‘गोरे अंग्रेज’, महासभा और संघ का इस्तेमाल देश के बंटवारे के लिए करते रहे हैं लेकिन अब यही काम बीजेपी के ‘काले अंग्रेज’ मुठ्ठीभर धन्नासेठों का स्पेशल पर्पस वीइकल बनकर कर रहे हैं.
शाह ने कहा था कि गांधी जी को पता था कि कांग्रेस का क्या हाल होगा, इसलिए उन्होंने दूरदर्शिता के आधार पर कहा था कि आजादी के तुरंत बाद कांग्रेस को बिखेर देना चाहिए. अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस सिद्धांत के आधार पर बनी पार्टी नहीं है, बीजेपी है. उन्होंने कहा, ‘बीजेपी का सिद्धांत साफ है. हमें यह कहने में कोई आपत्ति नहीं होती है कि जो देशद्रोही नारे लगाएगा वो देशद्रोही कहलाएगा.’
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस किसी एक विचारधारा के आधार पर या एक सिद्धांत पर बनी हुई पार्टी नहीं है. वो आजादी पाने का स्पेशल पर्पस व्हीकल था. इसलिए महात्मा गांधी ने दूरदर्शिता के आधार पर कांग्रेस को आजादी के बाद बिखेर देने की बात कही थी. वो बहुत चतुर बनिया थे.