नई दिल्ली : प्रशासन की रोक के बाद भी कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी सहारनपुर के लिए रवाना हो चुके हैं. राहुल गांधी सड़क के रास्ते सहारनपुर जा रहे हैं. वहां वह जातीय हिंसा से पीड़ित लोगों से मुलाकात कर सकते हैं. रिपोर्ट्स है कि यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव भी सहारनपुर जा सकते हैं.
प्रशासन से नहीं मिली इजाजत
राहुल गांधी को सहारनपुर प्रशासन की ओर से दौरे की इजाजत नहीं मिली है, लेकिन फिर भी वह जा रहे हैं. इसलिए यह अनुमान लगाया जा रहा है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष को रास्ते में ही रोक दिया जा सकता है. जिले के एसएसपी बबलू कुमार ने राहुल गांधी की सहारनपुर यात्रा पर रोक लगा दी थी. बता दें एसएसपी सुभाष चंद्र दुबे के स्थान पर ही बबलू कुमार को लाया गया था. सुभाष चंद्र दुबे को सहारनपुर में हुई जातीय हिंसा के बाद 24 मई को निलंबित कर दिया गया था.
बबलू कुमार की रोक पर शब्बीरपुर पहुंचे कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने शुक्रवार को कहा था कि प्रशासन ने भले ही राहुल गांधी को सहारनपुर आने की इजाजत नहीं दी हो, लेकिन फिर भी वह अपना दौरा नहीं टालेंगे.
बता दें कि 5 मई को सहारनपुर के शब्बीरपुर गांव में हुई हिंसा के बाद से ही नेताओं ने इस घटना पर राजनैतिक रोटियां सेंकनी शुरू कर दी है. बीएसपी प्रमुख मायावती पहले ही शब्बीरपुर जा चुकी हैं, मायावती के जाने के बाद वहां एक बार फिर हिंसक झड़प हो गई थी. मायावती के दौरे के बाद हुई हिंसा में करीब 15 लोग घायल हो गए थे.
क्या था मामला ?
यूपी के सहारनपुर जिले में 5 मई को महाराणा प्रताप जयंती के मौके पर निकाली गई शोभा यात्रा को लेकर ठाकुरों और दलितों में टकराव हो गया था. इस टकराव में ठाकुरों ने दलितों के साथ मारपीट की और करीब दो दर्जन घरों में आग लगा दी. सूत्रों के अनुसार इस पूरे बवाल कुल 5 लोगों के मरने की खबरें आ रही है, जिनमें 3 दलित और 2 ठाकुर शामिल हैं. हिंसा को देखते हुए प्रशासन ने इलाके में भारी पुलिसबल तैनात कर दिया है. इलाके में अभी तनाव का माहौल है.
दलितों का आरोप है कि ठाकुर पक्ष के लोगों द्वारा महाराणा प्रताप की शोभायात्रा निकाली जा रही थी. यह काफिला जब दलित बस्ती के पास से गुजरा तब वहां मौजूद बाबा साहब अंबेडकर की मूर्ति को उपद्रवियों ने तोड़ते हुए बवाल शुरू कर दिया. यहां रविदास मंदिर में भी तोड़फोड़ की गई. इतना ही नहीं ठाकुर पक्ष के उपद्रवियों ने खुलेआम तलवार लहराते हुए पथराव किया.