सहारनपुर घटना पर बोलीं मायावती, कानून-व्यवस्था योगी सरकार के वश के बात नहीं

यूपी के सहारनपुर जिले में हुई जातीय हिंसा पर बीएसपी मुखिया मायावती ने गहरा अफसोस जताया. मायवती ने कहा है कि राज्य में सांप्रदायिक घटनाओं के बाद यूपी जातीय संघर्ष की आग में जल रहा है. मायावती ने कहा कि कानून-व्यवस्था बीजेपी के बस की बात नहीं है.

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सहारनपुर घटना पर बोलीं मायावती, कानून-व्यवस्था योगी सरकार के वश के बात नहीं

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  • May 6, 2017 3:05 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
लखनऊ: यूपी के सहारनपुर जिले में हुई जातीय हिंसा पर बीएसपी मुखिया मायावती ने गहरा अफसोस जताया. मायवती ने कहा है कि राज्य में सांप्रदायिक घटनाओं के बाद यूपी जातीय संघर्ष की आग में जल रहा है. मायावती ने कहा कि कानून-व्यवस्था बीजेपी के वश की बात नहीं है. बीजेपी सरकार की भगवा तुष्टीकरण की नीति के कारण कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ कर रही है.
 
मायावती ने कहा कि सहारनपुर की घटना से साबित होता है कि  बेहतर अपराध-नियन्त्रण और कानून-व्यवस्था सत्तारूढ़ बीजेपी के बस की चीज नहीं है. मायावती ने कहा कि बिना अनुमति के जुलूस आदि निकालना और उस दौरान मनमानी करके वातावरण को प्रदूषित साथ ही हिंसक बनाना वास्तव में एक फैशन सा हो गया है. जिसको रोक पाने में प्रदेश की बीजेपी सरकार विफल साबित हो रही है.
 
बीएसपी सुप्रीमो ने आगे कहा कि इतना ही नहीं बल्कि बीजेपी सरकार की भगवा तुष्टीकरण की नीति के कारण कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ करना, हिंसा और हत्या करना राज्य में सामान्य बात होती जा रही है, जिस कारण प्रदेश में आतंक और भय का माहौल पैदा होता जा रहा है.
 
 
मायावती ने कहा कि प्रदेश में जब से बीजेपी की सरकार बनी है प्रतिदिन इनके नेता या मंत्री नई-नई बातें और घोषणाएं कर रहे हैं. परन्तु हकीकत में ठीक उसका उल्टा ही हो रहा है. राज्य सरकार उन आपराधिक और असामाजिक तत्वों के सामने बौनी साबित हो रही है. योगी सरकार में कानून व्यवस्था केवल एक नाम रह गया है.
 
क्या था मामला ?
यूपी के सहारनपुर जिले में शुक्रवार को महाराणा प्रताप जयंती के मौके पर निकाली गई शोभा यात्रा को लेकर ठाकुरों और दलितों में टकराव हो गया था. इस टकराव में ठाकुरों ने दलितों के साथ मारपीट की और करीब दो दर्जन घरों में आग लगा दी. सूत्रों के अनुसार इस पूरे बवाल कुल 5 लोगों के मरने की खबरें आ रही है, जिनमें 3 दलित और 2 ठाकुर शामिल हैं. हिंसा को देखते हुए प्रशासन ने इलाके में भारी पुलिसबल तैनात कर दिया है. इलाके में अभी तनाव का माहौल है.
 
दलितों का आरोप है कि ठाकुर पक्ष के लोगों द्वारा महाराणा प्रताप की शोभायात्रा निकाली जा रही थी. यह काफिला जब दलित बस्ती के पास से गुजरा तब वहां मौजूद बाबा साहब अंबेडकर की मूर्ति को उपद्रवियों ने तोड़ते हुए बवाल शुरू कर दिया. यहां रविदास मंदिर में भी तोड़फोड़ की गई. इतना ही नहीं ठाकुर पक्ष के उपद्रवियों ने खुलेआम तलवार लहराते हुए पथराव किया. 

 

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