नई दिल्ली : दिल्ली एमसीडी चुनाव के बाद से लगातार ही आम आदमी पार्टी के अंदर विवाद होने की खबरें आ रही हैं. पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल और कुमार विश्वास के बीच मतभेद की खबरें भी इस वक्त चर्चा में हैं, हालांकि इस मुद्दे पर केजरीवाल ने सफाई दे दी थी, लेकिन फिर भी पार्टी के ही कुछ नेताओं के ऐसे बयान सामने आ रहे हैं जो यह साबित करने के लिए काफी है कि पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है.
जनकपुरी से आप विधायक राजेश ऋषि का कहना है कि अरविंद केजरीवाल को बतौर दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में जनता के लिए काम करना चाहिए और पार्टी की जिम्मेदारी कुमार विश्वास को दे देना चाहिए.
साथ ही साथ ऋषि ने जामिया नगर से आप विधायक अमानतुल्ला खान पर निशाना साधते हुए कहा है कि ऐसे लोगों को पीएसी से बाहर निकाल देना चाहिए और उन पर कार्रवाई करनी चाहिए.
क्या है मामला ?
बता दें कि अमानतुल्ला खान ने कुमार विश्वास पर निशाना साधते हुए कहा था कि वह पार्टी को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘विश्वास आप को हड़पना चाहते हैं और पार्टी को तोड़ना चाहते हैं, वह विधायकों को अपने घर पर बुलाकर खुद को पार्टी का संयोजक बनाने की बात कर रहे हैं. वह कह रहे हैं कि मुझे पार्टी का संयोजक बनाओे नहीं तो बीजेपी में चले जाओ. इसके लिए हर दिन तुम्हें बीजेपी 30 करोड़ देगी.’
क्या है विश्वास-केजरीवाल मामला?
बता दें कि एमसीडी चुनाव के बाद कुमार विश्वास ने कहा था कि हम ईवीएम को दोष नहीं दे सकते हैं. यह मुख्य मुद्दा नहीं है. सबसे बड़ी बात अविश्वास है. आम आदमी पार्टी को समीक्षा की जरूरत है. पार्टी में कुछ ही लोग फैसला ले लेते हैं. उनके इस बयान से साफ हो गया था कि अरविंद केजरीवाल और कुमार विश्वास के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है.
हालांकि अरविंद केजरीवाल ने कुमार विश्वास के साथ चल रहे मतभेद की खबरों को खारिज करते हुए कहा था कि कुमार विश्वास उनके छोटे भाई हैं और कुछ लोग उनके बीच दरार दिखा रहे हैं, ऐसे लोग पार्टी के दुश्मन हैं. वो बाज आएं, हमें कोई अलग नहीं कर सकता.