नक्सलबाड़ी : जमीनी स्तर पर अपने कार्यकर्ता मजबूत करने के लिए और अगले लोकसभा चुनाव में जीत का सपना लेकर चल रही सत्तारुढ़ भाजपा ने पश्चिम बंगाल के नक्सलबाड़ी में ‘बूथ चलो’ अभियान की शुरुआत कर दी है. वाममोर्चा का गढ़ कहे जाने वाले इलाके से बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी को मजबूत करने की तैयारी और लोकसभा चुनाव की तैयारियों का शंखनाद कर दिया है. इसके लिए अमित शाह अपने 3 दिवसीय बंगाल यात्रा के तहत नक्सलबाड़ी पहुंचे. जहां से उन्होंने बूथ चलो अभियान की शुरुआत की.
यहां पर उन्होंने एक आदिवासी दंपति के झोपड़ी में बैठकर भोजन भी किया. उन्हें लंच में चावल, दाल, रोटी-आलू पापड़ और भाजी परोसी गई. इस मौके पर बंगाल के पार्टी प्रदेश अध्यक्ष दीलिप घोष भी दाहिने तरफ मौजूद थे. जिस झोपड़ी में शाह ने भोजन ग्रहण किया, वह साउथ कोटियाजोट गांव नक्सलबाड़ी ब्लॉक में आता है.
इस दौरान उन्होंने गीता महाली के साथ कुछ बातें भी की, जिन्होंने शाह के लिए भोजन का प्रबंध किया था. गीता के पति मजदूर हैं. इस परिवार की स्थति काफी दयनीय है.
आपको बता दें कि ये वो इलाका है जहां आज से पचास साल पहले करीब 60 के दशक में हिंसक नक्सल विद्रोह शुरू हुआ था, जिसमें काफी लोग मारे गये थे.
नक्सलबाड़ी में ‘बूथ चलो’ अभियान की शुरुआत करते हुए बीजेपी अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं से कहा कि ‘सोनार बांग्ला गरीब होता जा रहा है. मैं चाहता हूं कि आप इतना ऊंचा बोलें ताकि पूरा कोलकाता सुन सके. यह वही जगह है जहां हिंसा शुरू हुई. मुझे यहां कमल खिलता देख खुशी हो रही है. मैं आश्वस्त हूं कि बंगाल में कमल खिलेगा. 2019 लोकसभा चुनाव में हमें बंगाल में और वोट मिलेगा.’
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल सहित ओडिशा और तेलंगाना उन 5 राज्यों में शामिल है, जहां शाह तीन-तीन दिन बिताने वाले हैं. बताया जा रहा है कि ये 2019 लोकसभा चुनाव की जमीनी तैयारी है, जिसका शंखनाद शाह ने नक्सलबाड़ी से कर दिया है. शाह का टारगेट है कि जहां बीजेपी की जमीन कमजोर है, वहां बूथ चलो कैंपेने के तहत बीजेपी के लिए जमीन बनाई जाए.
इस दौरान अमित शाह ने राज्य की सतारुढ़ सरकार टीएमसी और उनके नेताओं पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि वे जितना अत्याचार करोगे, हिंसा का कीचड़ फैलेगा और इसी कीचड़ में कमल और तेजी से खिलेगा.