नई दिल्ली: यूपी में योगी सरकार का 1 महीना पूरा हो गया है. प्रचंड बहुमत के बाद यूपी में बीजेपी सत्ता में आने में कामयाब रही. इसके पीछे बीजेपी के बड़े वादे और मोदी की लोकप्रियता बड़ा कारण रहा. अब यूपी की नई नवेली सरकार का एक महीना पूरा हो गया है. ऐसे में हम बीजेपी के उन बड़े चुनावी वादों पर नजर डालेंगे कि इन वादों पर सरकार अभी तक खरी उतरी है या नहीं.
1- कर्जमाफी का वादा
बीजेपी ने यूपी चुनाव प्रचार में कहा कि अगर उनकी सरकार बनती है तो सभी किसानों के कर्ज माफ कर दिए जाएंगे. सत्ता में आते ही योगी सरकार ने कैबिनेट की पहली ही मीटिंग में लगभग 36 हजार करोड़ कर्ज माफ कर दिया. हालांकि इसका अधिकतर लाभ छोटे किसानों को मिला. जिनकी संख्या उत्तर प्रदेश में ज्यादा. लगभग 90 प्रतिशत.
2- महिला सुरक्षा
बीजेपी ने चुनाव प्रचार में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एंटी रोमियो दल का गठन करने की घोषणा की. यूपी की सत्ता मिलते ही एंटी रोमियो दल गठित हुआ. कार्रवाई भी शुरू. स्कूल, कॉलेज और सड़क छाप मनचले को पकड़ने में पुलिस कामयाब रही, लेकिन इस दौरान कुछ बेगुनाहों को भी परेशानी झेलनी पड़ी. जैसे एंटी रोमियो दल द्वारा भाई-बहन पर कार्रवाई. ये पुलिस की सबसे बड़ी नाकामी भी सामने आई.
3- 24 घंटे बिजली
यूपी में बिजेपी का तीसरा सबसे बड़ा वादा 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराना था. योगी सरकार कैबिनेट मीटिंग में फैसला लिया कि शहरों में 24 घंटे और गांवों में 18 घंटे बिजली दी जाएगी. दिसंबर 2018 तक सभी घरों में 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराई जाएगी. इसके अलावा ट्रांसफार्मर खराब होने पर उसको बदलने में महीनों लगने वाले समय को केवल 48 घंटे निर्धारित कर दिया.
4- अवैध बूचड़खानों पर कार्रवाई
बीजीपी का चौथा सबसे बड़ा वादा यूपी में चल रहे अवैध बूचड़खानों को बंद करना. सरकार बदलते ही असर दिखने लगा. मेरठ, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी समेत लगभग सभी शहरों में चल रहे अवैध बूचड़खाने रातो रात बंद करा दिए गए.
5-बुंदेलखंड के लिए उद्योग नीति
यूपी में बीजेपी का पांचवां सबसे बड़ा वादा बुंदेलखंड के लिए विशेष उद्योग नीति तैयार करना था. इस मुद्दे पर योगी सरकार ने बुंदेलखंड के लिए पेयजल परियोजना का ऐलान किया गया. पहली कैबिनेट बैठन में योगी सरकार नई उद्योग नीति का ऐलान भी किया.