भुवनेश्वर. उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर में आयोजित बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में प्रधानमंत्री मोदी ने ‘सबका साथ, सबका विकास’ नारे का जिक्र करते हुए कहा कि अब मुस्लिम समुदाय की पिछड़ी जातियों तक पहुंचने की जरूरत है.
पीएम ने कहा कि बीजेपी को अब मुस्लिम समाज के पिछड़े वर्ग के लिए भी सम्मेलन करना चाहिए. इस प्रस्ताव को हुकुम देव सिंह ने रखा है जिसको शिवराज सिंह चौहान, धर्मेंद्र प्रधान जैसे नेताओं ने पीएम मोदी को धन्यवाद दिया.
प्रधानमंत्री मोदी ने यह बात बीजेपी की आगे रणीनीति को लेकर हो रही चर्चा में कही है. मिली जानकारी के मुताबिक इस सत्र में नए पिछड़ा आयोग को संवैधानिक दर्जा दिए जाने भी चर्चा की गई है.
इस नए को बिल को लोकसभा में मंजूरी मिल गई है लेकिन अब यह राज्यसभा में अटका हुआ जहां सरकार के पास बहुमत की कमी है. इस बिल की खास बात यह है कि इसमें संसद को किसी भी जाति को पिछड़ी जाति में शामिल करने का अधिकार दिया गया है.
प्रधानमंत्री मोदी के भाषण की बड़ी बातें
1- हमारी सत्ता हमारी साध्य नहीं है, साधन है.
2- तीन तलाक से मुस्लिम बहनें परेशान हैं. उनके लिए जिला स्तर पर समाधान होना चाहिए.
3- समाज में अगर किसी भी तरह की कुप्रथा है तो समाज को जगाकर उसको नया देने की कोशिश करनी चाहिए.
4- लेकिन हम यह नहीं चाहते है कि इस बहाने मुस्लिम समाज में संघर्ष हो.
5- ऐसा देश बनाना है जहां आर्थिक और सामाजिक समता होगी. कोई ऊंच-नीच नहीं होगा.
6-चुनावी रणनीतिकार क्या होता है ये अमित शाह ने साबित करके दिखा दिया है.
7-दिल्ली चुनाव में चर्च पर हमले की चर्चा थी. बिहार चुनाव में अवॉर्ड वापसी का मुद्दा गर्म रहा. पता नहीं आज कल ये अवॉर्ड वापसी वाले कहां है. जब कोई मुद्दा नहीं मिला तो अब ईवीएम को मुद्दा बना रहे हैं विपक्षी दल.
प्रकाश जावडेकर ने विपक्ष पर साधा निशाना
नए पिछड़ा आयोग बिल को संसद में लटकाने पर केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावडेकर ने विपक्ष की जमकर आलोचना की. उन्होंने कहा कि ओबीसी वर्ग के लोग पिछले 30 सालों से आयोग को संवैधानिक दर्जा देने की मांग कर रहे हैं. कांग्रेस ने इस पर काम करने के बजाए वोटबैंक की राजनीति की है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है.