नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में आज बड़ा प्रशासनिक उलटफेर देखने को मिला है. योगी सरकार ने एक साथ 20 IAS अफसरों के तबादले के आदेश जारी कर दिया है. यूपी में योगी की सरकार बनने के बाद ये अब तक का सबसे बड़ा उलटफेर है. नवनीत सहगल और नोएडा प्राधिकरण के सीईओ रमा रमण को प्रतीक्षा सूची में डाल दिया गया है.
योगी सरकार ने इस कदम के साथ-साथ एक और फैसला लिया है. सरकार ने मृत्युंजय कुमार नारायण को सीएम योगी का सचिव नियुक्त किया गया है. मृत्युंजय कुमार मेरठ के लोकप्रीय कमिश्नर और यूपी के व्यापार कर आयुक्त, पीडब्ल्यूडी जैसे विभागों में अहम पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं.
नारायन 1995 बैच के आईएएस अफसर हैं. इससे पहले अखिलेश यादव सरकार के राहुल भटनागर को अपना प्रमुख सचिव नियुक्त किया था. बताया जा रहा है कि मृत्युंजय कुमार को ये जिम्मेदारी उनकी साफ सुथरी छवि को ध्यान में देखते हुए दी गई है.
इधर हाई कोर्ट की फटकार के बाद नोएडा ग्रेटर नोएडा तथा यमुना एक्सप्रेस वे अथारिटी से हटाए गए आईएएस अफसर रमा रमण को भी प्राधिकरण से हटा दिया गया और उनको प्रतीक्षा सूची में डाल दिया गया .
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के सबसे करीबी अधिकारी रहे नवनीत सहगल से भी प्रमुख सचिव सूचना का पद लेकर उनको प्रतीक्षा सूची में डाल दिया गया है. इसके अलावा अनीता सिंह डिंपल वर्मा को भी प्रतीक्षा सूची में डाला गया है.