लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली में पीएम मोदी की छवि देखी जा रही है. योगी के काम करने का तरीका बिलकुल पीएम मोदी से मिलता है. इसी बीच उनके लिए नए ‘अमित शाह’ की तलाश भी शुरू हो गई है.
दरअसल यूपी में नए प्रदेश अध्यक्ष के लिए किसी नए चेहरे को लाने की तैयारी है. बीजेपी के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य अब राज्य के उपमुख्यमंत्री हैं. अब उनकी जगह यह जिम्मेदारी किसे दी जाएगी इस बात की चर्चा हो रही है.
दरअसल पार्टी को ऐसे नेता की तलाश है जो संगठन के साथ-साथ पार्टी और सीएम योगी के साथ मिलकर काम कर सके और सिर फुटौवल की नौबत न आए. योगी के साथ मिलकर काम करने वाला कोई वैसा ही नेता हो सकता है जो उनकी तरह मेहनती हो.
गौरतलब है कि सीएम योगी जबसे मुख्यमंत्री बने हैं पार्टी और संगठन की उनसे बहुत ज्यादा उम्मीदें हैं और मीडिया भी उनके हर कदम पर बारीकी से नजर रख रहा है ऐसे में अगर सीएम योगी सरकार और संगठन के झगड़े में उलझे तो पार्टी की बड़ी फजीहत हो जाएगी.
क्योंकि केंद्र और राज्य दोनों ही जगह पर बहुमत की सरकार है जनता पांच साल बाद किसी भी तरह का बहाना नहीं सुनेगी. वहीं केशव प्रसाद मौर्य को इस पद पर ज्यादा दिन तक नहीं रखा जा सकता है क्योंकि पार्टी संविधान के मुताबिक एक व्यक्ति और एक पद का नियम है.
अध्यक्ष पद को लेकर ऐसी ही कवायद एक बार लोकसभा चुनाव 2014 के बाद भी हो चुकी है. उस समय बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह थे. जब वह लखनऊ से चुनाव जीतकर आए तो उनको गृहमंत्री बनाया गया था उनकी जगह पर अमित शाह को बीजेपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया था.
उसके बाद से दिल्ली और बिहार विधानसभा चुनाव को छोड़ मोदी और शाह की जोड़ी लगातार चुनाव जीतती जा रही है विरोधियों के पास इस जोड़ी का कोई जवाब नहीं है. पार्टी चाहती है कि ऐसा ही प्रदेश अध्यक्ष योगी आदित्यनाथ को भी दिया जाए.