लखनऊ: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने हिंदी अखबार दैनिक जागरण को दिए इंटरव्यू में कई बड़ी बातें कहीं. उन्होंने कहा कि, प्रदेश में समस्याएं ज्यादा हैं और समय कम. जिसके लिए सरकार को अभी से जूझना पड़ेगा. योगी आदित्यनाथ ने धर्म और राजनीति में संतुलन बिठाने पर जोर दिया और दावा किया कि उनकी सरकार धर्म, जाति और संप्रदाय के आधार पर भेदभाव नहीं करेगी.
योगी ने कहा कि, हमें विरासत में अनेक समस्याएं मिली हैं. इसलिए कड़ी मेहनत करके हमें 2019 में परिणाम देना है और इसके लिए मेहनत करनी ही होगी. दिन में 15 घंटे से ज्यादा काम करने वाले सीएम योगी ने कहा कि, उनके साथ वही चलेगा जो सही तरीके से और तेज चल सकेगा. योगी ने कहा कि, हम किसी अफसर का तबादला या तैनाती हड़बड़ी में नहीं करना चाहते. हम सबको आंक रहे हैं और जिस अधिकारी ने पिछली सरकार में गलत काम किए, वो हमारे साथ नहीं चल सकेगा.
मुख्यमंत्री ने इस आशंका को खारिज किया कि 86 लाख किसानों को कर्ज माफी का बोझ सरकारी खजाने पर पड़ेगा. उनके मुताबिक खर्चों का आकलन करने के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई है. किसान के कर्ज माफी और बाकी योजनाओं पर उन्होंने कहा कि, हम जनता पर टैक्स का कोई बोझ नहीं पड़ने देंगे. पिछली सरकार की फिजूलखर्ची और भ्रष्टाचार से खजाना खाली हुआ है.
योगी ने एंटी रोमियो अभियान पर कहा कि, रोमियो शब्द हमारे मेनिफेस्टो में भी था लेकिन तब इस पर किसी ने ऐतराज नहीं जताया. उन्होंने कहा कि, रोमियो शब्द सिर्फ सांकेतिक है. योगी ने कहा कि, वो यूपी के विभाजन के पक्ष में नहीं हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि, उनकी सरकार में भर्तियां पारदर्शी तरीके से होंगी. आगे होने वाली भर्तियों में जिसने भी जाति, धर्म या धन के आधार पर बेईमानी का प्रयास किया, उन अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा. उसे जेल जाना होगा.