महाराष्ट्रा: भ्रष्टाचार विरोधी और अनुभवी सामाजिक कार्यकर्ता अण्णा हजारे ने शुक्रवार को कहा कि शुंगलू कमेटी की रिपोर्ट में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ आरोपों को पढ़ने के बाद उन्हें काफी दुःख पहुंचा.
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में वह मेरा सहयोगी थे. उस समय मुझे लगा कि वो शिक्षित हैं, मुझे लगा कि शिक्षित नई पीढ़ी देश से भ्रष्टाचार को खत्म कर सकती है. मगर यह महज मेरा सपना था. लेकिन अब मेरा सपना चूर-चूर हो गया है.
आगे उन्होंने कहा कि जब केजरीवाल आम आदमी पार्टी बना रहे थे, तब भगवान का शुक्र है कि जिन्होंने मुझे ज्ञान दिया और मैंने अपने आप को इस राजनीति से दूर रखा, वरना आज मेरी प्रतिष्ठा भी चली गई होती.
महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के रालेगण सिद्धि गांव से 79 वर्षीय हजारे ने एक बयान में कहा कि जब से वो दिल्ली के मुख्यमंत्री बने हैं, तब से मेरे अंदर एक बार भी उनसे मिलने की इच्छा नहीं हुई. अब मुझे समझ में आया कि वह मुझे हमेशा अपना ‘गुरु’ कहकर क्यों संबोधित करते थे. सच कहूं तो भगवान ने मुझे बचा लिया.
गौरतलब है कि दिल्ली के पूर्व उपराज्यपाल नजीब जंग द्वारा नियुक्त एक समिति ने आम आदमी पार्टी की सरकार पर नियुक्तियों में भाई-भतीजावाद करने और सत्ता का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया था, जिसके बाद गुरुवार को आरोपों-प्रत्यारोपों का दौर शुरू हो गया.
आपको बता दें कि 23 अप्रैल को दिल्ली नगर निगम चुनाव होने हैं. इससे पहले ही भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने समिति की रिपोर्ट को लेकर आप पर जोरदार हमला किया है. हालांकि, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने इन आरोपों को सिरे से खारीज कर दिया है.