लखनऊ. समाजवादी पार्टी के मुख्यालाय में विधानसभा चुनाव में हुई हार के लेकर बुलाई गई समीक्षा बैठक खत्म हो गई है. बैठक में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मौजूद थे. बैठक के बाद पार्टी प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि सपा 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को जवाब देगी.
इस बैठक में फैसला लिया गया कि सपा नए सिरे से अपनी पार्टी के संगठन को खड़ा करेगी और अपैल में इसके लिए सदस्यता अभियान चलाया जाएगा. आपको बता दें कि इस बैठक में सपा के कई बड़े नेता नदारद थे.
बताया जा रहा है कि अपर्णा यादव और उसके बाद शिवपाल यादव की सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद से कई तरह की चर्चाएं पार्टी के अंदर चल रही हैं. सूत्रों की मानें तो विधानसभा चुनाव के बाद से पार्टी के अंदर अखिलेश यादव की स्थिति कमजोर हो गई है
उनके खिलाफ लामबंदी भी शुरू हो गई और अंदर ही अंदर उनसे सपा के अध्यक्ष का पद छोड़ने के लिए कहा जा रहा है. हाल ही में मुलायम सिंह यादव का बयान आया था कि जो बेटा बाप का न हो सका वह आपका लोगों का क्या होगा.
मुलायम के इस बयान के बाद से माना जा रहा है कि सपा में किसी भी वक्त बगावत हो सकती है. दूसरी ओर चाचा शिवपाल भी अखिलेश यादव के खिलाफ लगातार मोर्चा खुले हुए हैं. विधानसभा चुनाव के बाद ही उन्होंने कहा था कि यह हार समाजवादियों की नहीं घमंड की हुई है.
इतना ही नहीं मुलायम सिंह यादव की पत्नी साधना भी विधानसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले ही कहा था कि उनका बेटा प्रतीक यादव राजनीति में आए. उन्होंने यह भी ऐलान किया था कि वह अब और अपना और नेताजी (मुलायम सिंह यादव) का अपमान नहीं सहेंगी.